डाइट संबंधी मिथक आपके फिटनेस उद्देश्य की राह को मुश्किल बना देते हैं. आपको हेल्दी डाइट बहाल करने के लिए कुछ प्रचलित मिथकों पर विश्वास करना छोड़ देना चाहिए. आजकल वजन कम करने और हेल्दी डाइट से जुड़े मिथक तेजी से फैल रहे हैं. कुछ मिथक बहुत पहले से चले आ रहे हैं तो कुछ को कंपनियां अपना उत्पाद बेचने के लिए फैलाती हैं. स्वस्थ जिंदगी के लिए आपका आहार संतुलित होना चाहिए. इसके अलावा आपको फिटनेस पूरा करने में बाधा बननेवाले मिथकों को मानना छोड़ देना चाहिए.


कैफीन तनाव बढ़ा सकता है


तनाव की हालत में अक्सर लोग कॉफी और चाय ज्यादा मात्रा में पीते हैं. एक शोध में बताया गया है कि कॉफी पीने के आदी लोगों के शरीर में तनाव का रिस्पॉन्स बढ़ जाता है. ये ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन बढ़ने का कारण बनता है. उसी तरह तनाव पैदा करनेवाले हार्मोन में भी इजाफा होता है. कैफीन दरअसल उस तरह से प्रभावित करता है जिस तरह कोई शख्स तनाव का एहसास करता है. इसलिए संतुलित मात्रा में कैफीन का इस्तेमाल करना चाहिए.


मसाला वजन कम करने में मददगार


शोध में बताया गया है कि मिर्ची, अदरक, हल्दी और काली मिर्च वजन कम करने में मदद पहुंचाते हैं. हालांकि अक्सर इस बारे में शेखी बघारी जाती है मगर इसके पीछे कुछ सच्चाई भी है. ज्यादातर मसाले शरीर की भूरी वसा कोशिकाओं को प्रेरित करते हैं. जिससे शरीर के मेटाबोलिज्म में अस्थायी तौर पर बढ़ोतरी होती है. हालांकि ये नहीं मान लेना चाहिए कि मसाले उचित मात्रा में कैलोरी बर्न करते हैं.


चीनी की आदत ज्यादा खतरनाक


अक्सर सुना जाता है कि दवाइयों से ज्यादा चीनी नुकसान पहुंचाती है. हालांकि ये सच नहीं है. चीनी की लत को उचित उपायों से काबू किया जा सकता है. लत से लड़ने में आपको जीवन शैली और डाइट में सामान्य तब्दीली लाना होगा. अगरत माम कोशिशों के बावजूद लत नहीं छूट रही है तो विशेषज्ञ से मिलना चाहिए.


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