अगर आपके दिल की धड़कन हर मिनट तेज हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें. यह गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है. दिल की धड़कन का तेज होना कभी-कभी सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर यह बार-बार होता है, तो यह आपके हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है. आइए जानते हैं 10 कारण जो दिल की धड़कन को तेज कर सकते हैं और यह क्यों खतरे का संकेत हो सकता है.
तनाव और चिंता
जब आप तनाव या चिंता में होते हैं, तो आपका दिल तेजी से धड़कने लगता है. यह एक सामान्य प्रतिक्रिया है, लेकिन अगर यह अक्सर हो, तो यह आपके हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकता है। लगातार तनाव और चिंता आपके दिल पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं।.
ज्यादा मेहनत करना
ज्यादा मेहनत करने से दिल की धड़कन बढ़ जाती है. व्यायाम के दौरान दिल तेजी से धड़कता है, जो सामान्य है, लेकिन अत्यधिक श्रम से यह खतरनाक हो सकता है. लंबे समय तक भारी काम करने से दिल पर अधिक दबाव पड़ सकता है.
कैफीन और निकोटीन
कैफीन (कॉफी, चाय) और निकोटीन (सिगरेट) का सेवन भी दिल की धड़कन को तेज कर सकता है. इनका अधिक सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. कैफीन और निकोटीन नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करते हैं, जिससे दिल की धड़कन बढ़ जाती है.
दवाओं का असर
कुछ दवाएं, जैसे एंटी-डिप्रेसेंट्स और डाययूरेटिक्स, दिल की धड़कन को बढ़ा सकती हैं. अगर आप ऐसी दवाएं ले रहे हैं और दिल की धड़कन तेज हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करें. दवाओं के साइड इफेक्ट्स को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
डिहाइड्रेशन
पानी की कमी से भी दिल की धड़कन तेज हो सकती है. डिहाइड्रेशन से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है. पर्याप्त पानी पीना शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक है.
हृदय रोग
कुछ हृदय रोग, जैसे अरेथमिया (दिल की धड़कन का अनियमित होना), भी दिल की धड़कन को तेज कर सकते हैं. यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है. हृदय रोग को समय पर पहचानना और इलाज करना जरूरी है.
थायरॉइड समस्या
थायरॉइड ग्लैंड का अधिक सक्रिय होना (हाइपरथायरॉइडिज्म) भी दिल की धड़कन बढ़ा सकता है. यह समस्या महिलाओं में अधिक पाई जाती है और इसे चिकित्सा देखभाल की जरूरत होती है.
एनिमिया
खून में हीमोग्लोबिन की कमी (एनिमिया) से भी दिल की धड़कन तेज हो सकती है. इससे दिल को शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है. एनिमिया को सही आहार और दवाओं से ठीक किया जा सकता है।
बुखार
बुखार होने पर भी दिल की धड़कन तेज हो जाती है. शरीर के तापमान के बढ़ने से दिल तेजी से धड़कता है ताकि शरीर को ठंडा किया जा सके. बुखार का सही इलाज दिल की धड़कन को सामान्य करने में मदद करता है.
डायबिटीज
डायबिटीज के कारण भी दिल की धड़कन तेज हो सकती है. रक्त शर्करा के स्तर में बदलाव से हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है. डायबिटीज को नियंत्रण में रखना हार्ट के लिए महत्वपूर्ण है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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