वाशिंगटन: बच्चे को जन्म देने की उम्मीद खो चुकी महिलाओं के लिए एक खुशखबरी है. वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण प्रयोग करते हुए चूहिया में 3डी प्रिंटेड बायोप्रोस्थेटिक ओवरियन ट्रांसप्लांट किया जिसके बाद उसने स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया. इस खोज से उन महिलाओं की उम्मीदों को बल मिल सकता है जो बच्चे पैदा करने में सक्षम नहीं है.
अमेरिका में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार नया 3डी प्रिंटेड अंडाशय असल में ओव्यूलेशन करता है.
चूहिया की ओवरी को निकालकर उसकी जगह बायोप्रोस्थेटिक ओवरियन ट्रांसप्लांट किया गया. चूहिया ने ना केवल ओव्यूलेशन किया बल्कि स्वस्थ बच्चों को भी जन्म दिया. मां अपने नवजात बच्चों की देखभाल करने में भी सक्षम थीं.
बायोप्रोस्थेटिक अंडाशय 3डी प्रिंटेड कवच से बनते हैं जिनमें इंमैच्योर अंडे होते हैं.
वैज्ञानिकों का मकसद उन महिलाओं को मातृत्व सुख देना है जिनका किशोरावस्था में कैंसर का इलाज हुआ था या बचपन में कैंसर हुआ था और अब उनमें इंफर्टिलिटी और हार्मोन आधारित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है.
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के वुमेंस हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट की टेरेसा के वुडरफ ने कहा, ‘‘यह शोध दिखाता है कि बायोप्रोस्थेटिक अंडाशय लंबे समय तक काम करता है. मृतक के अंग का प्रतिरोपण करने के बजाय बायोइंजीनियरिंग के इस्तेमाल से एक अंग तैयार करना और व्यक्ति के टिश्यूज को रिप्रोडक्टिव मेडिसिन के लिए रिस्टोर करना बायोइंजीनिरिंग का कमाल है.’’
शोध में जिस सामग्री या ‘‘स्याही’’ का इस्तेमाल किया गया है वो जिलेटिन है जो पशुओं के शरीर में विभिन्न कनेक्टिव टिश्यू में पाये जाने वाले प्रोटीन से बना बायोलॉजिकल हाइड्रोजेल है और मनुष्य में इस्तेमाल करने के लिहाज से सुरक्षित है.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.