नई दिल्ली: क्या आपका वजन अधिक है? क्या आप ओवरवेट हैं? यदि हां, तो हो जाइए सावधान क्योंकि मोटापे के कारण आपको हो सकती है ये बड़ी बीमारी. हाल ही में एक रिसर्च में ये बात सामने आई है.
क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च के मुताबिक, यदि आप पौष्टिक खाना नहीं खाते हैं तो इसका असर ना सिर्फ आपके वजन पर होगा बल्कि इससे आपको कई बीमारियां भी हो सकती है. सीडीसी (Centers for Disease Control) की एक रिपोर्ट को 'वाइट साइन्स' में प्रकाशित किया गया. जिसमें पाया गया कि अमेरिका के लगभग 40% लोगों में कैंसर का कारण मोटापा है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
सीडीसी के निदेशक ब्रेंडा फिजराल्द का कहना है कि ज्यादातर अमेरिकी टीनेजर्स का वजन ज्यादा है और इससे उनमें कैंसर का खतरा भी बढ़ रहा है. रिसर्च के दौरान जो रिजल्ट आए हैं वो चिंताजनक है. उनका कहना है कि यदि आपका वजन ठीक है तो आप कैंसर जैसी बीमारियों से बच सकते हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े-
कई लोगों को तो मोटापे के कारण होने वाले कैंसर के बारे में मालूम ही नहीं है. कैंसर के आंकड़ों में 2005 से 2014 तक 7% तक वृद्धि हुई है. एक रिपोर्ट के अनुसार, 2014 में लगभग 630,000 लोगों को मोटापे के कारण ही कैंसर था.
महिलाओं को है ज्यादा खतरा-
रिपोर्ट के अनुसार, कैंसर का 55% प्रभाव महिलाओं पर था और पुरुषों पर इसका प्रभाव 24% था. यह भी मालूम पड़ा है कि कैंसर 50 से 74 वर्ष की उम्र के बीच वाले लोगों को ज्यादा होता है.
ये कैंसर होने के हैं ज्यादा खतरा-
द इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने ये पता लगाया है कि मोटापे और ओवरवेट से किस तरह के कैंसर अधिक होते हैं. कैंसर के प्रकारों में शामिल हैं- मेनिंजियोमा, मल्टींपलमेलोमा, एनोडेकॅरिनोमा, थायरॉयड का कैंसर, मीनोपोज के बाद ब्रेस्ट कैंसर, गॉलब्लैडर कैंसर, स्टमक कैंसर, लीवर कैंसर, पेंक्रियाज कैंसर, किडनी कैंसर, ओवरियन कैंसर, यूट्रेस कैंसर, कोलन और रेक्टम (कोलोरेक्टल) कैंसर. इन सबमें से कोलन और रेक्टम (कोलोरेक्टल) कैंसर, पेंक्रियाटिक, लीवर कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और ओवरियन कैंसर जानलेवा कैंसर हैं.
लाइफ स्टाइल सुधारें-
सीडीसी के कैंसर की रोकथाम और नियंत्रण विभाग के निदेशक, एमडी और एम.पी.एच.लिसा सी रिचर्डसन का कहना है कि कैंसर के साथ-साथ पुराने रोगों को रोकने का भी इलाज है. वे कहते हैं कि इलाज के अलावा जो लोग मोटे हैं उनको अपनी लाइफ स्टाइल सुधारने और बीमारियों से लड़ने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.