कंजंक्टिवाइटिस सबस आम आंख में होने वाले इंफेक्शन में से एक हैं. जो किसी भी उम्र के व्यक्तियों को अपने गिरफ्त में ले सकता है. दरअसल, इसमें होता यह है कि आंख का जो सफेद हिस्सा होता है जिसे कंजंक्टिवा कहते हैं उसे ढ़कने वाली पतली झिल्ली पर सूजन हो जाती है. यह सूजन कई कारणों से हो सकते हैं. लेकिन आमतौर पर इसके 5 कारणों का अब तक पता चला है. जैसा कि आप जानते हैं दिल्ली और देश के बाकी राज्यों में कंजंक्टिवाइटिस बीमारी ने लोगों की मुश्किल बढ़ा दी है. तो आज हम इसके टाइप्स के बारे में बताने जा रहे हैं ताकि आप समझ जाएं कि आपको इसमें से कौन सी कंजंक्टिवाइटिस हुई है. साथ ही जानेंगे इसका अच्छे से अच्छा इलाज कैसे किया जाए.
एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस
इस प्रकार का कंजंक्टिवाइटिस आसपास के चीजों से फैलता है जैसे पराग, पालतू जानवरों की रूसी, धूल या फफूंदी से होने वाली एलर्जी के कारण होता है. लक्षणों में आंखों में खुजली और लाल होकर पानी निकलना, साथ ही पलकें सूज जाना और काफी ज्यादा आंसू निकलना शामिल हैं. आमतौर पर सूजन और खुजली को कम करने के लिए आई ड्रॉप या नोज स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं.
बैक्टीरियल कंजैक्टिवाइटिस
यह इंफेक्शन स्टैफिलोकोकस ऑरियस, स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया या हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा जैसे बैक्टीरिया के कारण होता है. लक्षणों में आंखों का लाल हो जाना, जलन और पानी निकलना शामिल है जो पीले या हरे रंग का हो सकता है. इस इंफेक्शन का इलाज करने के लिए आप एंटीबायोटिक आई ड्रॉप या मलहम का इस्तेमाल कर सकते हैं.
वायरल कंजैक्टिवाइटिस
इस प्रकार का कंजैक्टिवाइटिस एडेनोवायरस, हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी), या वैरिसेला-ज़ोस्टर वायरस (वीजेडवी) जैसे वायरस के कारण होता है. लक्षणों में बुखार और दर्द जैसे सामान्य फ्लू जैसे लक्षणों के साथ-साथ आंख का लाल हो जाना, जलन और पानी आना शामिल है. इसके लक्षणों को पहचानते हुए एंटीवायरल आई ड्रॉप या मलहम और ओवर-द-काउंटर ठंडी दवाएं शामिल कर सकते हैं.
कैमिकल या टॉक्सिक कंजैक्टिवाइटिस
यह क्लोरीन या डिटर्जेंट जैसे कैमिकल के संपर्क में आने के कारण होता है. लक्षणों में आंखों का लाल हो जाना, जलन के साथ-साथ काफी ज्यादा आंसू आना भी शामिल है. आमतौर पर जलन को कम करने के लिए चिकनाई वाली आई ड्रॉप या मलहम का इस्तेमाल कर सकते हैं.
जाइंट पैपिलरी कंजंक्टिवाइटिस (जीपीसी)
यह कॉन्टैक्ट लेंस या आंखों में किसी चीज जाने से जैसे गंदगी या धूल के कणों से होने वाली एलर्जी की प्रतिक्रिया के कारण होता है. लक्षणों में आंखों में खुजली और लाल होना के साथ-साथ तेज रोशनी में आंख नहीं खुलना हो सकता है. कॉन्टैक्ट लेंस पहनने पर भी साफ दिखाई नहीं देती है. इसके इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं.इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपको किस प्रकार का कंजैक्टिवाइटिस है, उचित निदान के लिए अपने डॉक्टर से मिलना जरूरी है ताकि सही इलाज करवा सकें.