Heart Attack: यूपी के अमरोहा से दिल को झकझोर को रख देने वाला मामला सामने आया, यहां पर 5 साल की बच्ची जो मोबाइल में कार्टून देख रही थी उसे हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई. यह मामला यूपी के अमरोहा के हसनपुर कोतवाली इलाके के हाथीखेड़ा गांव का है, जहां पर 5 साल की कामिनी की हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई. ऐसे में चलिए हम आपको बताते हैं कि किस उम्र में हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा होता है.

 

उम्र से हार्ट अटैक का कनेक्शन 

देखा जा रहा है कि कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक अपना शिकार बन रहा है. दरअसल, इसका सबसे आम कारण कोरोनरी धमनी रोग है, जो तब होता है जब कोरोनरी धमनियां फैट और अन्य पदार्थों से ब्लॉक हो जाती हैं. कुछ बच्चों को जन्म से ही दिल की बीमारी होती है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकती है. इसके अलावा भागदौड़ भरी जिंदगी में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, खराब लिपिड प्रोफाइल और बड़े हुए वजन और कोलेस्ट्रॉल की वजह से हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी आ रही है और यह कम उम्र के लोगों को भी अपना शिकार बना रहा है. इतना ही नहीं कुछ समय पहले स्कूल में एक बच्चे को हार्ट अटैक आ गया था और अब यूपी के अमरोहा में 5 साल की बच्ची के हार्ट अटैक के बाद से तो यह साबित हो गया है कि हार्ट अटैक किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार बना सकता है.

 

इस तरह करें अपने दिल की देखभाल 

अगर आपकी उम्र 30 साल से कम है और आपके सीने में दर्द हो रहा है, तो सबसे पहले आपको विशेषज्ञ को दिखाने की जरूरत है. इसके अलावा अपनी रूटीन लाइफ में हमें कुछ चेंज करने की जरूरत है, हेल्दी लाइफस्टाइल हमें अपनानी है और खासकर अगर बच्चों में इस बीमारी का जरा सा भी खतरा है तो उन्हें हेल्दी डाइट दें, फिजिकल एक्टिविटी करवाएं, डॉक्टर से समय-समय पर संपर्क करें और बच्चों के स्ट्रेस को मैनेज करें. बुजुर्गों और बड़े लोगों में भी यह बात जरूरी है कि वह अपनी लाइफस्टाइल को मेंटेन रखें और हेल्दी खाना खाएं और वर्कआउट पर भी ध्यान दें. खासतौर पर सर्दी के मौसम में बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चों का खास ख्याल रखें. इस बात का विशेष ध्यान दें कि बच्चों को पढ़ाई या किसी और भी चीज से जुड़ा स्ट्रेस या प्रेशर ना दें. 

 

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