Corona Virus: कोरोना ने देश में जमकर कहर बरपाया. हर घर में कोविड के मरीज देखे गए. डेल्टा वेरिएंट ने तो हर घर में दस्तक दी. हजारों लोगों की जान ले ली. इंडियन गवर्नमेंट के वैक्सीनेशन अभियान के बाद कोविड के केसों में कमी दर्ज की गई है और अब वायरस भी उतना असरदार नहीं रहा है, लेकिन कोविड का निगेटिव इम्पेक्ट ह्यूमन बॉडी पर अभी भी साफ नजर आ रहा है. करीब 1 लाख लोगों पर की गई स्टडी में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. स्टडी में शामिल 50 पर्सेंट लोग अभी भी कोविड से परेशान है और भी बहुत कुछ स्टडी में देखने को मिला.


50 परसेंट मिले बीमार


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्कॉटिश स्टडी रिपोर्ट में सामने आया कि स्टडी में कुल 102473 लोगों को शामिल किया गया. इनमें से 6235 को इसलिए बाहर निकाल दिया गया क्योंकि जब इनकी जांच कराई तो यह निगेटिव निकले जबकि पहले इन्होंने खुद जांच कराई थी तो यह पॉजिटिव थे. स्टडी में कुल 96238 लोगों ने भागीदारी की. स्कॉटिश स्टडी रिपोर्ट में सामने आया कि कुल भागीदारों में से करीब आधे लोगों ने ठीक नहीं होने की बात कही. 6 महीने और 18 महीने बाद उनसे पूछा गया तो केवल 42 परसेंट लोगों ने ही आधी रिकवरी की थी.


Corona ऐसे करता रहा परेशान


स्टडी में सामने आया कि कोरोना लोगों को करीब डेढ़ साल तक परेशान करता रहा. लोगों में छाती में दर्द, सांस फूलना, हार्ट संबंधी दिक्कत और भ्रम जैसी स्थिति पैदा हो गई थी. स्टडी करने वाले रिसर्चर सभी प्रतिभागियों की मॉनिटरिंग करते रहे. इसके बाद वह नतीजे पर पहुंचे. एक अन्य स्टडी 1045 लोगों पर की गई. स्टडी में सामने आया है कि 45 पर्सेंट लोगों की काम करने की क्षमता पर बुरी तरह प्रभाव डाला.


डिप्रेशन और एंग्जायटी के बने शिकार


डॉक्टरों की जांच में पहले ही सामने आया है कि जो लोग पिछले 3 साल में कोविड की गिरफ्त में आए हैं. उनमें से 50 परसेंट मेंटल रोगी मिले हैं. उनमें डिप्रेशन और एंग्जायटी की समस्या अधिक देखने को मिली. 26 परसेंट ऐसे मिले हैं, जो ढंग से सो नहीं पा रहे हैं. उन्हें स्लीप डिसऑर्डर हो गया है.  कुछ लोगों में गुस्सा अधिक बढ़ गया है. वयस्क और वृद्ध लोगों में देखा जाए तो 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों में ये परेशानी अधिक देखने को मिली. इनमें से 50% एंग्जायटी होने की शिकायत कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि लांग कोविड की वजह से लोगों को परेशानी हुई है.


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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि और तरीकों को केवल सुझाव के रूप में लें. किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.