मां बनने के लिए एक महिला क्या-क्या नहीं करती हैं? अगर नेचुरल ट्राई करने से भी बच्चे न हों तो कुछ लोग IVF का ट्रीटमेंट लेते हैं.  IVF तो ठीक है, पर कितनी बार? एक महिला ने 28 साल की उम्र से मां बनने के लिए कोशिशें शुरू कीं. नेचुरल ट्राई किया, फिर IUI ट्राई किया लेकिन इसमें भी सफलता नहीं मिली तो IVF कराया. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. साल गुजरते चले गए महिला IVF कराती रही. इस उम्मीद में कि किसी दिन तो वो एक बच्चे की मां बनेगी. लेकिन इस कोशिश में 25 साल गुजर गए. इन 25 सालों में उसने 21 बार IVF ट्राई किया. इस प्रोसेस में उसने करीब 1 करोड़ रुपये खर्च कर दिए. पर कहते हैं न अंत भला तो सब भला....अब 54 साल की उम्र में वो महिला मां बन गई है. उसने एक बेटी को जन्म दिया है. वैसे, दुनिया का ये रेयर केस है.


dailymail.co.uk में छपी एक खबर के मुताबिक महिला का नाम है हेलन डलग्लिस. ग्लासगो में रहती हैं. वो कहती हैं, '20 साल की उम्र में साइप्रस आई थी. 28 साल की उम्र में पार्टनर के साथ मां बनने के लिए प्रयास किया. फर्टिलिटी को लेकर कुछ दिक्कतें महसूस हुईं तो हम स्कॉटलैंड आ गए. हालांकि, हमने सीधे IVF का निर्णय नहीं लिया. पहले हमने IUI कराया, जिसमें स्पर्म को सीधे यूट्रस में प्लेस किया जाता है लेकिन ये प्रोसेस फेल रहा. इसके बाद धीरे-धीरे IVF का प्रोसेस शुरू हुआ. '


प्रेग्नेंसी हुई पर मिसकैरेज हुए


डेलीमेल से बात करते हुए हेलन ने कहा कि ये प्रोसेस हर बार इमोशनली, फाइनेंशियली और फिजिकली तोड़ने वाले थे. कई बार हमने एक-एक साल का ब्रेक भी लिया. फिर सोचा योग, मेडिटेशन और डाइट से चीजें सुधाई जाएं पर सफलता नहीं मिली. हेलन कहती हैं कि ऐसा नहीं कि प्रेग्नेंसी नहीं हुईं. 3 बार प्रेग्नेंट हुई लेकिन जब-जब ऐसा हुआ तब-तब मिसकैरेज हो गए. जिंदगी के ये सारे पल हमें बुरी तरह तोड़ने वाले रहे. 


'हर बार विफल होने पर लगता था, जैसे मौत हो गई हो. कुछ हफ्ते बहुत बुरे गुजरते थे. हर पल इन चीजों को याद करते हुए, सोचते हुए और रोते हुए. हालांकि, कुछ हफ्ते बाद मैं फिर खुद से कहती कि नहीं मुझे एक दिन सफलता मिलेगी. हर बार में असफल लोगों को भूलकर नए सिरे कोशिश में लग जाती थी. ये प्रक्रिया असहनीय दर्द वाली थी लेकिन बच्चे के लिए हमने हर बार नए सिरे से कोशिश की.' 


डोनर एग भी लिए पर नतीजा जीरो


हेलन ने फैसला किया अब मां बनने के लिए उसका आखिरी मौका किसी एग डोनर के जरिए ही है. इसके लिए दोनों पति पत्नी सहमत हो गए. 10 बेहतरीन क्वालिटी के अंडे कुछ-कुछ दिन पर ट्रांस्प्लांट किए गए लेकिन वो सारे भी नष्ट हो गए. इसका नतीजा भी जीरो रहा.


पिता का निधन और फिर नया जीवन


हेलन के पिता स्कॉटलैंड में घर पर गंभीर रूप से बीमार थे. तब हेलन की मां ने कहा कि पिता के निधन से पहले उन्हें एक बार और ट्राई करना चाहिए. हेलन ने कहा, डैडी ने मुझसे पूछा की मैं तुम्हारे लिए स्वर्ग से क्या भेज सकता है. इस पर हेलन ने कहा, प्लीज मुझे एक बच्चा भेज देना. थोड़े दिन में ही हेलन के पिता नहीं रहे. तब हेलन ने नई जगह ट्रीममेंट के लिए आखिरी फैसला लिया. 


नए जगह ट्रीटमेंट लिया


आईवीएफ की लगभग 10 साल की यात्रा में हेलेन ने एक स्कॉटिश सलाहकार को इनफर्टिलिटी पर बोलते हुए सुना. तब हेलन नें इसी नए जगह से ट्रीटमेंट की ठानी और अपना क्लीनिक बदल लिया. आखिरकार 54 साल की उम्र में हेलन एक बच्चे की मां बनी. सितंबर में हेलन को एक बेटी हुई. इस सबके बारे में बोलते हुए हेलन कहती हैं कि शायद अब मैं अपने दर्द और आंसू भरे पिछले 25 साल भूल गई हूं. ये बच्ची मुझे मेरे पिता ने ही स्वर्ग से भेजा है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


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