बदलते मौसम में कई तरह की बीमारियां अपना शिकार बना लेती हैं. जैसे डेंगू, मलेरिया आदि. इन मौसम में मच्छरें बहुत तेजी से पनपती है. यही कारण है कि इस मौसम में ठीक से ख्याल नहीं रखा गया तो डेंगू,चिकनगुनिया या मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियां तेजी से पैर पसारने लगती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डेंगू-बुखार के कारण पूरे देश में हर साल लाखों लोगों की मौत इस बीमारी से होती है. दरअसल, मच्छर से होने वाली बीमारी में तेज बुखार, डायरिया, मतली, उल्टी की समस्या होती है. लेकिन कुछ मामले एसिम्पटोमेटिक भी हो सकते हैं. इसमें होता यह है कि शुरुआत में मरीज को बीमारी का पता नहीं चलता और बाद में जब प्लेटलेट्स गिरने लगते हैं तब उनको पता चलता है. कई लोगों को शुरुआत में इस बीमारी का पता नहीं चलता जिसकी वजह से वह इलाज नहीं करवा पाते और उनकी मौत हो जाती है.वहीं कुछ लोगों का सवाल यह है कि बिना हॉस्पिटल गए डेंगू ठीक हो सकता है?
बिना हॉस्पिटल गए डेंगू ठीक हो सकता है?
ओनली माई हेल्थ में छपी खबर के मुताबिक बरसात के मौसम में अक्सर घर के आसपास गली-मोहल्ले में जो पानी जम जाता है उसमें डेंगू के मच्छर पनपने लगते हैं. जो व्यक्ति इसके गिरफ्त में आ जाते हैं उन्हें तेज बुखार, शरीर में दर्द, कजजोरी और थकान जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं. इसके कारण शरीर में प्लेटलेट काउंट भी घटने लगता है. डेंगू होने पर हर मरीज का इलाज अलग-अलग तरीके से हो सकता है. कुछ मरीजों को डेंगू होने पर लक्षण अलग तरह के दिखाई देते हैं. तो वहीं कुछ मरीजों में इसके लक्षण हल्के दिखाई देते हैं. इसी के आधार पर मरीजा का इलाज किया जाता है. घर में रहकर भी और सही फ्रूट्स खाकर और डॉक्टर की सलाह से डेंगू घर पर भी ठीक किया जा सकता है.
डेंगू में कब हॉस्पिटल में एडमिट होना चाहिए
तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, शरीर में थकान, उल्टी, डायरिया की समस्या बढ़ रही है तो फिर चिंता का विषय है. डेंगू के गंभीर संक्रमण में जैसे- ब्लीडिंग, चक्कर आना, तेज बुखा के साथ-साथ शरीर में काफी ज्यादा दर्द है तो फिर हॉस्पिटल जरूर जाना चाहिए. अगर काफी दवा खाने के बाद भी बुखार कंट्रोल में नहीं है तब भी हॉस्पिटल जाना चाहिए.
बदलते मौसम में घर से बाहर निकलते वक्त इन बातों का रखें ख्याल
डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया बारिश और बदलते मौसम में काफी तेजी से फैलती है. मच्छरों से काटने वाली बीमारियों और घर के आसपास जमे पानी की वजह से यह बीमारी बड़ी तेजी से फैलती है. इसलिए जब भी घर से बाहर निकलें पूरी बांह के कपड़े पहनें. रात के वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें. इन बीमारियों के लक्षणों को अगर आप इग्नोर करेंगे तो आप गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं. इसलिए सही समय पर इलाज बेहद जरूरी है.
घर पर कुछ ऐसे ठीक कर सकते हैं डेंगू
पौधे से ताजा पपीते का पत्ता निकालें और उसे टुकड़ों में काट लें. सुनिश्चित करें कि आप पत्ती से नसें न निकालें. पपीते की पत्तियों को 3 चम्मच ठंडे पानी में मिला लें. मिश्रण को पीसकर छान लेंडेंगू बुखार के इलाज के लिए दिन में कम से कम 3 बार पपीते की पत्तियों का सेवन करें.
डेंगू में अनार का जूस भी पी सकते हैं
अनार के जूस का सेवन भी डेंगू बुखार के घरेलू उपचारों में से एक है.अगर आप अनार के जूस का सेवन करते हैं तो ब्लड प्लेटलेट काउंट को बढ़ावा दिया जा सकता है.इसके अलावा, इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करने, रक्तचाप को कम करने और हृदय के लिए अन्य स्वास्थ्य लाभों में भी मदद करता है.अगर आपको डेंगू में पपीते की पत्तियों का स्वाद पसंद नहीं है तो डेंगू का इलाज कैसे करें? डेंगू के घरेलू उपचार के तौर पर आप अनार के जूस का सेवन कर सकते हैं.
जो लोग डेंगू के लिए पानी या अनार का रस या पपीते के पत्ते पीने के इच्छुक नहीं हैं, वे एंटीबॉडी उत्पादन को बढ़ावा देने और रक्तस्रावी बुखार को रोकने के लिए निम्नलिखित पेय का सेवन कर सकते हैं.
1. संतरे का रस
2. आंवले का जूस
3. आंवला और अंगूर फल
4. काले अंगूर का रस
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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