HIV एड्स के मरीजों के लिए गुड न्यूज है. गुरुवार के दिन डॉक्टरों की एक टीम ने घोषणा कि जर्मनी का रहने वाला 60 साल का व्यक्ति स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के कारण एचाआईवी बीमारी से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा. इसी के साथ यह व्यक्ति दुनिया का सातवां शख्स होगा है जो एचआईवी से बीमारी से ठीक हो गया. ऐसे केस वायरस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होंगे.


म्यूनिख में अंतर्राष्ट्रीय एड्स सम्मेलन होने जा रहा है


दरअसल, अगले सप्ताह म्यूनिख में अंतर्राष्ट्रीय एड्स सम्मेलन होने वाले हैं. इससे पहले इस तरह की कामयाबी हाथ लगना बहुत बड़ी बात है. इस  बीमारी पर काम कर रहे रिसर्चर ने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है साथ ही साथ हमें यह उम्मीद जगी है कि हम इस बीमारी के मरीज को पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं. इस एचआईवी के मरीज को एचआईवी और एग्रेसिव ल्यूकीमिया, दोनों बीमारियां थीं. इसलिए सेल ट्रांसप्लांट ऐसे लोगों के लिए खतरनाक साबित होता है. लेकिन तब भी हमने रिस्क लेकर इसका ट्रांसप्लांट कियाय. जर्मनी के इस शख्स ने अपनी पहचान नहीं बताने की इच्छाई जताई है.  उसे ‘नेक्स्ट बर्लिन पेशंट’ कहा जा रहा है.


ओरिजिनल बर्लिन पेशंट का नाम टिमथी रे ब्राउन था


ओरिजिनल बर्लिन पेशंट का नाम टिमथी रे ब्राउन था. टिमथी को साल 2008 में एचआईवी से मुक्त घोषित किया गया था. वह पहला व्यक्ति था. लेकिन साल 2020 में कैंसर के कारण टिमथी की मौत हो गई थी. अब जिसे इस बीमारी से पूरी तरह से ठीक किय गया उसे साल 2009 में एचआईवी के बारे में पता चला था. इसके बाद साल 2015 में ल्यूकीमिया के कारण बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया गया था. आपकी जानकारी केलिए बता दें कि इसमें 10 प्रतिशत तक मौत का रिस्क रहता है. इस ट्रीटमेंट के दौरान इंसान के पूरे इम्युनिटी को रिप्लेस की जाती है. 


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एचआईवी और कैंसर दोनों को मात देने वाले इस जर्मन आदमी को 6 साल लग गए . बर्लिन के चैरिटी यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के मुताबिक मरीज के जो भी रिपोर्ट आए है उससे यह बात तो साफ है कि वह ठीक हो गए हैं लेकिन अभी पूरी तरह से श्योर नहीं है. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है इस व्यक्ति को एचाईवी से मुक्ति जरूर मिल जाएगी. जैसा कि आपको पता है कि एड्स जैसी बीमारी में बचने की संभावना काफी कम होती है. 


अब तक के रिकॉर्ड के अनुसार अब तक इस बीमारी से पूरी तरह से सिर्फ 6 लोग ही ठीक हो पाए हैं. अगर यह भी ठीक हो जाता है तो यह 7वां ऐसा व्यक्ति को जो पूरी तरह से ठीक हो गया है. रिसर्चर के मुताबिक अगर यह सफल हो गया तो आने वाले समय में यह इलाज एड्स मरीजों के लिए काफी ज्यादा प्रभावी साबित होगा. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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