अधेड़ उम्र के लोग दो तिहाई समय से पहले मौत के खतरे को मात्र 7,000 रोजाना चलकर कम कर सकते हैं. जामा नेटवर्क की रिपोर्ट में कहा गया है कि जो लोग 7,000 कदम रोजाना चलते हैं, 7,000 कदम से कम चलनेवालों के मुकाबले उनकी शुरुआती मृत्यु दर का जोखिम कम होता है. मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी अहेरेस्ट के शोधकर्ताओं ने रिसर्च के लिए 2,100 लोगों को शामिल कर उनके सेहत के नतीजों की मॉनिटरिंग की.


7,000 कदम रोजाना चलने के फायदे उजागर 


शोधकर्ताओं ने बताया कि सबसे कम सक्रिय रहनेवाले लोगों में रोजाना 'कदम को बढ़ाने' से 'मृत्यु दर का फायदा' मिल सकता है. रिसर्च से पता चला कि 7,000 कदम रोजाना की चाल सुझाए गए 1,000 कदम के मुकाबले दिल की पेचीदगियों से बचाने के लिए काफी था. रिसर्च में 38 और 50 वर्षीय व्यस्कों का मूल्यांकन करने से पता चला कि जिन लोगों ने रोजाना 7,000 कदम उठाए, उनको अगले दशक तक मरने की कम संभावना थी. रिपोर्ट में माना गया कि शारीरिक गतिविधि कई स्थितियों जैसे कार्डियोवैस्कुलर रोग, डायबिटीज और कैंसर के लिए फायदे देने के साथ-साथ जिंदगी की क्वालिटी में सुधार लाती है. हालांकि, सीमित रिसर्च के कारण शारीरिक गतिविधि के लिए अमेरिकी नेशनल गाइडलाइन्स स्वास्थ्य लक्ष्य को हासिल करने के तौर पर कदमों की गिनती को शामिल नहीं करती है.


समय से पहले मौत का जोखिम होता है कम


विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, एक शख्स को 150 मिनट के औसत दर्जे का व्यायाम करना चाहिए. रिसर्च में माना गया कि मरीज के पहनने योग्य मॉनिटरिंग सिस्टम क्रोनिक स्थितियों की रोकथाम और बचाव के लिए व्यक्तिगत दवा उपकरणों के तौर पर सामने आए हैं. इस बीच, दो अमेरिकी रिसर्च में पाया गया कि मात्र 4,000 कदम रोजाना चलने से आपकी मौत का जोखिम करीब 30 फीसद कम हो सकता है. एक अन्य प्रकाशित समीक्षा में विशेषज्ञ की तरफ से शारीरिक गतिविधि के कई लेवल का फायदा गिनाया गया था. उसके मुताबिक, रोजाना मात्र 4,400 कदम की चाल गंभीर बीमारियों के खिलाफ सुरक्षा के लिए काफी हो सकती है. 


बच्चों को स्कूल भेजते वक्त हो सकते हैं ये सवाल, तो कुछ बातों का पैरेंट्स जरूर रखें ख्याल


अपनी सुबह के रूटीन को देना चाहते हैं हेल्दी शुरुआत तो खाली पेट कभी न करें ये काम