नई दिल्ली: क्या आप भी कोल्ड से परेशान रहते है? अगर हां, तो आपको बता दें कि कोल्ड से अब आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है. एडिनबर्ग नैपियर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि इंसानों के इम्यून सिस्टम में थोड़ा पेप्टाइड (अमीनो अम्लों की छोटी श्रृंखलाएं) मिला है जिससे वैज्ञानिकों को इंफेक्शन दूर करने में मदद मिलेगी.


क्या कहते हैं रिसर्च-
शोधकर्ता का मानना है कि इंसानों में पाए गए एंटीमाइक्रोबिअल पेप्टाइड से कोल्ड वायरस के इलाज का रास्ता आसान हो सकता है. पांच सालों में की गई इस स्टडी से ये पता चला है कि पेप्टाइड में ऐसे गुण है जो राइनोवायरस (वायरस जिससे इंसानों को कोल्ड होता है) से लड़ सकेगी.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ पीटर बारलॉओ का कहना है कि कॉमन कोल्ड से मुक्ति पाने के लिए ऐसे ड्रग्स डवलप किए जाएंगे जिसमें बीमारी की जड़ तक लड़ने की शक्ति होगी. इतना ही नहीं, वे कहते हैं कि पेप्टाइड में बेहतर बदलाव लाने की कोशिश करेंगे ताकि वो राइनोवायरस को खत्म कर सके. उनका कहना ये भी है कि राइनोवायरस का कोई इलाज या वैक्सीन नहीं है इसलिए इंसानों में राइनोवायरस इंफेक्शन को दूर करने के लिए जल्द ही कोई थेरिपी विकसित करने की जरूरत है.


डॉ. पीटर का कहना है कि कोल्ड का बेहतर इलाज होने से फेफडों की बीमारियों जैसे अस्थमा और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज़ (COPD) का इलाज भी आसान होगा.


ये पहले की रिसर्च का है फॉलोअप-
हालांकि इससे पहले की गई रिसर्च में डॉ. पीटर ने एंटीमाइक्रोबीअल पेप्टाइड की इंफ्लूएंजा ए-वायरस से लड़ने की क्षमता को रेखांकित किया था. इसके बाद ही इस पर आगे रिसर्च की गई.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.