Aak Plant Benefits:प्रकृति के पास कई ऐसे पेड़ पौधे हैं जिनके पास गुणों का खजाना है जो कई बीमारियों को दूर करने में मदद कर सकते हैं. उन्हीं मे से एक है आक का पौधा, इसे हम मदार अकवन या अकोवा के नाम से भी जानते हैं, वही पौधा जिन्हें बचपन में लोग कहते थे कि इसमें से जहर निकलता है, दरअसल यह पौधा जंगली होता है इसका बोटैनिकल नाम धतूरा है जंगली होने की वजह से लोग इसे जहरीला मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कई बीमारियों को दूर रखने की क्षमता रखता है, बरसों से इसे कई तरह के घरेलू उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक,एंटी फंगल, एंटी डाइसेंट्रिक, एंटी सिफिलिटिक, और एंटी रूमेटिक तत्व पाए जाते हैं.


डायबिटीज -डायबिटीज की समस्या से परेशान हैं तो आक के पत्तों को ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.इसके लिए आक के पत्तों को पैरों के नीचे यानी तलवे पर रख दे और मोजा पहन कर सो जाएं. ये रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को संतुलित करने में कारगर साबित हो सकता है .


चोट-चोट की समस्या में भी आक का पत्ता बहुत ही फायदेमंद है, इसके लिए आपको शरीर के किसी हिस्से पर चोट लगी है, वहां पर आक के पत्तों को गरम करके तेल लगाकर बांध ले, कुछ देर बाद आपको दर्द से राहत मिलेगी. चोट वाले स्थान से खून निकल रहा है तो आक के पत्तों को बांधने से खून निकलना बंद हो जाएगा और दर्द से भी राहत मिलेगी.


जॉइंट पेन -यह जॉइंट पेन की समस्या में भी सहायक माना जाता है इसके लिए सिर्फ आपको पत्तों को गरम करके जॉइंट वाले हिस्से पर लगाकर बांधना है कुछ घंटे तक ऐसे ही रहने दें आपको इससे काफी फर्क नजर आएगा.


छाले-आक के पत्तों से निकलने वाला दूधिया लिक्विड भी औषधिय गुणों से भरपूर होता है,इसका इस्तेमाल त्वचा संबंधी कुछ समस्याओं में किया जाता है, अगर पैरों में छाले पड़ गए हैं तो दूध को इस स्थान पर लगा दें इससे तुरंत राहत मिलेगी.कई लोग तो इसके दूध को दांत दर्द में लगा लेते हैं.इससे सच में आराम मिल जाता है.


एलर्जी-एलर्जी खुजली या स्किन ड्राई होने जैसी कोई समस्या हो रही है तो भी आक के पौधे का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए आप इसकी जड़ों को जला ले और उसकी राख को सरसों के तेल में मिक्स करें, अब इसे खुजली वाली जगह पर लगाएं आपको राहत मिल सकती है.


ये सारे तरीके घरेलू है और पुराने जमाने से इस्तेमाल किए जा रहे हैं आप चाहे इस तरह से कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. जंगली होने की वजह से इसके कई हिस्से हानिकारक होते हैं कुछ जहरीले तत्व भी पाए जाते हैं इसलिए बिना सही जानकारी के इसके इस्तेमाल से बचें.


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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.