'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन'(WHO) ने कोरोनावायरस को लेकर एक बार फिर से चिंता जाहिर की है. दरअसल,  संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में एमईआरएस कोरोनावायरस का एक नया मामला दर्ज किया है.2012 में पहली बार इस वायरस की पहचान होने के बाद अबू धाबी में यह पहला मामला है. अबू धाबी में जिस मरीज को कोरोना का नया वेरियंट MERS-CoV का इलाज किया जा रहा है. वह 28 साल का एक व्यक्ति है जिसे कई सारी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं. जैसे ही उस व्यक्ति में वायरस के लक्षण दिखने लगे उसे तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट करावाया गया. 


MERS-CoV क्या है?


MERS-CoV (मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस) जैसा ही है. यह एक ज़ूनोटिक वायरस है. यह एक वायरल सांस संबंधी बीमारी है जो MERS कोरोना वायरस के कारण होती है. जो SARS वायरस की तरह ही है. यह आमतौर पर ऊंटों और अन्य जानवरों में पाया जाता है. संक्रमित जानवरों या पशु उत्पादों के संपर्क में आने से यह इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है. यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैलता है. कई मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिसमें इस बीमारी ने घातक रूप दिखाया है. 


MERS-CoV के लक्षण


MERS-CoV के हल्के से लेकर गंभीर लक्षण तक हो सकते हैं, और इसमें बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ शामिल है. कुछ मामलों में इससे निमोनिया या किडनी फेलियर भी हो सकता है. जिन लोगों को गंभीर बीमारी का खतरा अधिक है, उनकी इम्युनिटी काफी कमजोर होती है. जैसे कि पुरानी बीमारियों से पीड़ित या कुछ दवाएं लेने वाले लोग. मरीज में जब लक्षण के तौर पर उल्टी, टॉयलेट में दिक्कत होने लगे तो उसने अपना चेकअप करवाया. लड़के को पेट से लेकर गले तक में गंभीर इंफेक्शन हो गया था. 


WHO ने जारी किया रिपोर्ट


डब्ल्यूएचओ के मुताबिक साल 2012 के बाद से रिपोर्ट किए गए एमईआरएस मामलों की कुल संख्या 2,605 है, जिसमें 936 मौतें हुई हैं. इसकी पहचान के बाद से 27 देशों ने एमईआरएस मामलों की सूचना दी, जिनमें अल्जीरिया, ऑस्ट्रिया, बहरीन, चीन, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, इस्लामिक गणराज्य ईरान, इटली, जॉर्डन, कुवैत, लेबनान, मलेशिया, नीदरलैंड, ओमान, फिलीपींस, कतर, कोरिया गणराज्य, सऊदी अरब साम्राज्य, थाईलैंड, ट्यूनीशिया, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यमन शामिल हैं.


डब्ल्यूएचओ अबू धाबी की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और अन्य अधिकारियों को वायरस के आगे प्रसार को रोकने के बारे में तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है. WHO दुनिया भर में पहचाने जाने वाले MERS-CoV के किसी भी नए मामले पर समय पर अपडेट प्रदान करने के लिए भी प्रतिबद्ध है.


WHO ने साफ-सफाई को लेकर जारी किए आदेश


WHO ने इस संक्रमण से दूर रहने के लिए दुनिया के सभी देशों के लिए एक सूचना जारी की है. जिसमें कहा गया है कि सभी लोगों से अनुरोध है कि वह बाहर से आकर या आपके आसपास के पेट की तबियत खराब है तो हाथ जरूर धोएं. ऐसे लोगों से बचकर रहें जिन्हें MERS-CoV या सांस संबंधी बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं. अपने चेहरे को बार-बार छूने से बचें. जानवरों या डेयरी प्रोडक्ट जैसे ऊंट का मांस या ऊंट के दूध के संपर्क से बचें. खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढककर ही छींके. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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