Puberty: कोरोना ने देश में लोगों को जमकर अपनी चपेट में लिया. वायरस की चपेट में आये लोग आजतक कराह रहे हैं. Long Covid Synonyms लोगों में देखने को मिल रहे हैं. लोगों की बॉडी पर इसका काफी निगेटिव इफेक्ट रहा है. अब एक और दिक्कत बड़ी परेशान करने वाली सामने आई है.


कोविड ने किशोरियों Puberty Time (पीरियड होना) के समय चक्र को ही बदल दिया है. देश में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां 5 साल की बच्ची से लेकर 9 साल की किशोरी को पीरियड्स हुए हैं.


कोविड के बाद बड़े केस
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, Pediatric Endocrinologist डॉक्टर मनप्रीत सेठी ने बताया कि बच्चा जब एडल्ट होने लगता है तो पीरियड होना नॉर्मल है. लेकिन यदि जल्दी पीरियड हो रहे हैं तो इसका निगेटिव इम्पेक्ट बच्चों की बॉडी पर पड़ता है और पेरेंट्स भी मानसिक तनाव से जूझते हैं. उन्होंने कहा कि पहले जहां इस तरह के 10 केसेज देखने को मिलते थे. अब इनकी संख्या बढ़कर 30 तक पहुंच गई है. कभी कभी तो ऐसा होता है कि 5 साल की बच्ची में भी यह समस्या देखने को मिलती है. 


अन्य देशों में भी आये ऐसे ही केस
भारत ही इकलौता देश नहीं है, जहां इस तरह के मामले देखने को मिले हैं. तुर्की, इटली, अमेरिका समेत अन्य देश में भी बच्ची इस तरह के हॉर्मोनल डिसबैलेंस की शिकार हैं. इटालियन जर्नल ऑफ पीडियट्रिशन में पब्लिश रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड पेंडेमिक के दौरान लॉकडाउन में इस तरह के मामले बढ़ते चले गए हैं.


कम हो जाती है फिजिकल ग्रोथ
डॉक्टरों का कहना है कि जल्दी पीरियड्स आने का निगेटिव असर बच्चे के दिमाग और बॉडी दोनों पर पड़ता है. बच्चे की फिजिकल ग्रोथ कम हो जाती है. इसका नुकसान यह होता है कि लड़कियों की हाइट कम होने का खतरा पैदा हो जाता है. इसके अलावा वजन और मेटाबोलिज्म पर भी इसका सीधा असर पड़ता है. माता पिता फिजिकली और मेंटली तौर पर तैयार नहीं हो पाते हैं. पेरेंट को इस ओर दिन देने की जरूरत है.


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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि और तरीकों को केवल सुझाव के रूप में लें. किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.