एक्सप्लोरर
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
मरीज को दिल का दौरा पड़ने के बारे में पहले से ही बता देगा ये सिस्टम
ब्रिटेन में शोधकर्ताओं ने नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम विकसित किया है जो हार्ट डिजीज और लंग कैंसर का और सटीक ढंग से जल्द पता लगाने में मददगार साबित हो सकता है.
![मरीज को दिल का दौरा पड़ने के बारे में पहले से ही बता देगा ये सिस्टम AI system that detects heart disease and cancer before time मरीज को दिल का दौरा पड़ने के बारे में पहले से ही बता देगा ये सिस्टम](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2018/01/04121411/brain.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
लंदन: ब्रिटेन में शोधकर्ताओं ने नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम (एआई सिस्टम) विकसित किया है जो हार्ट डिजीज और लंग कैंसर का और सटीक ढंग से जल्द पता लगाने में मददगार साबित हो सकता है.
फिलहाल हार्ट डिजीज स्पेशलिस्ट दिल की धड़कन के समय की गणना के आधार पर बता सकते हैं कि कोई समस्या है या नहीं. हालांकि ऐसे में पांच में से एक मामले में अच्छे से अच्छे डॉक्टर भी गलती कर सकते हैं. या तो मरीजों को घर भेज दिया जाता है और उन्हें दिल का दौरा पड़ जाता है या फिर उन्हें गैर जरूरी सर्जरी से गुजरना पड़ता है.
ब्रिटेन के जॉन रेडक्लिफ अस्पताल में तैयार नए एआई सिस्टम में दिल का स्कैन और सटीक होता है. इसमें स्कैन के उन ब्यौरों को भी देखा जा सकता है जिन्हें डॉक्टर नहीं देख पाते.
सिस्टम यदि ‘पॉजिटिव’कहता है तो इसका मतलब है कि उसका मानना है कि मरीज को दिल का दौरा पड़ने का खतरा है.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें Khelo khul ke, sab bhool ke - only on Games Live
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
चुनाव 2024
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
विश्व
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/8c07163e9831617114971f5a698471b5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
डॉ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर
Opinion