नई दिल्ली: अब वह दिन दूर नहीं जब देश के अस्पतालों में रोबोट फिजियोथैरेपी करेंगे. इसके लिए एम्स दिल्ली ने कवायद शुरू कर दी है. दिल्ली एम्स के फिजियोथैरेपी विभाग में जल्द ही इस सेवा की शुरुआत की जाएगी. ऐसी सुविधा अभी देश के किसी भी अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. इस सेवा के शुरू हो जाने से ट्रॉमा, स्पाइनल कॉर्ड इंज्यूरी, स्ट्रोक के झटके और हड्डी और मांसपेशी से संबंधित समस्या से पीड़ित लोगों को काफी लाभ मिलेगा. फिजियोथैरेपी कराने से मरीजों में मानसिक और शारीरिक स्फूर्ति आती है.


रोबोट के द्वारा फिजियोथैरेपी कराने के संबंध में दिल्ली एम्स का फिजियोथैरेपी विभाग एक प्रपोजल तैयार कर रहा है. प्रपोजल के तैयार होते ही इसे स्वीकृति के लिए प्रशासन के पास भेजा जाएगा. मेडिकल क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि रोबोट के द्वारा फिजियोथैरेपी करना दुनिया के विकसित देशों में काफी कॉमन है.


कैसे काम करेगा रोबोट-


फिजियोथैरेपी करने वाला रोबोट एक खास सॉफ्टवेयर पर काम करेगा. इससे मरीज के उपचार में लगने वाले समय में भी बचत होगी और वो जल्दी ठीक हो सकेंगे. जिस सॉफ्टवेयर पर रोबोट काम करेगा उसे समय-समय पर अपग्रेड किया जाएगा. इसके जरिए टेनिस एल्बो, गर्दन-कंधे और पीठ में दर्द के अलावा मांसपेशियों में खिंचाव में भी बड़ी राहत मिलेगी. रोबोट के द्वारा फिजियोथैरेपी करने की जानकारी एम्स में हुए एक कॉन्फ्रेंस में दी गई.


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