Almonds Nutrition: बादाम खाने से दिमाग तेज होता है ये बात तो हम सभी बचपन से सुनते आ रहे हैं. लेकिन बादाम सिर्फ दिमाग के लिए ही नहीं बल्कि कई बीमारियों में आपको फायदा करता है. खाना खाने से 30 मिनट पहले 20 ग्राम बादाम खाने से ग्लूकोज स्पाइक काफी कम हो जाता है, एक नए शोध अध्ययन में पाया गया है. भोजन से 30 मिनट पहले 20 ग्राम बादाम को शामिल करने से पीपीएचजी में कमी आती हैं. बादाम के अंदर हेल्दी फैट, एंटी-ऑक्सिडेंट, ओमेगा 3 फैटी एसिड औऱ प्रोटीन फाइबर भरपूर मात्रा नें होता है. साथ ही डायबिटीज वालों के लिए कच्चा बादाम काफी फायदा करता है. यह शुगर को कंट्रोल करता है. चलिए जानते हैं कि बादाम किन-किन बीमारियों में आपके लिए लाभदायक होता है. 


आपको एक दिन में कितने बादाम खाने चाहिए?​


हम में से कई लोग एक दिन में 5-6 बादाम का सेवन करते हैं, खासकर सुबह के समय, लेकिन खाना खाने से पहले 20 ग्राम या 17-18 बादाम खाने की सलाह दी जाती हैं. शोधकर्ताओं ने 18 से 60 वर्ष की आयु के 60 लोगों पर अध्ययन किया. अध्ययन में पाया गया 30, 60, 90, और 120 मिनट पर औसत रक्त ग्लूकोज का स्तर भोजन से पहले बादाम लोड उपचार आहार बनाम नियंत्रण आहार के लिए काफी कम था. 


शुगर कंट्रोल करने में माहिर है कच्चा बादाम


बादाम में मैग्नीशियम होता है जो वसा में टायरोसिन किनसे रिसेप्टर को उत्तेजित कर सकती है. भीगे हुए बादाम ज्यादातर घरों में खाए जाते हैं जहां बादाम का छिलका निकालकर उसका सफेद भाग खाया जाता है; इसे चबाना आसान है और पचाना आसान है. हालांकि, इस अध्ययन के निष्कर्ष में यह कहा गया है कि कच्चे बादाम का सेवन करना चाहिए. जब बादाम को कच्चा खाया जाता है तो वे पोषक तत्वों की संरचना को वैसे ही बनाए रखते हैं. विशेषज्ञों ने बताया कि भीगे हुए बादाम में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा कम हो जाती है और छिलके के नीचे मौजूद पोषक तत्व भी निकल जाते हैं.


एक बार इस तरीके से खाना शुरु कर दीजिए


बादाम मोनोअनसैचुरेटेड फैट और फाइबर से भरपूर होते हैं जो इंसान के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होते हैं. इसे दैनिक आहार में शामिल करने से न केवल मधुमेह में मदद मिलती है बल्कि यह दूसरी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है. 20 ग्राम बादाम में 2.9 ग्राम फाइबर होता है और इसमें 116 कैलोरी होती है. अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि बादाम कुल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करके दिल की बीमारी के खतरे को कम करता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.