अस्थमा में तुलसी का प्रयोग-
अगर आपको बहुत ज्यादा सांस की दिक्कत है, अस्थमा की दिक्कत है तो ये तुलसी आपके लिए रामबाण है.
गुलबनफ्सा (पंसारी की दुकान पर होता है मौजूद), मुलेठी और तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर सुबह-शाम सेवन करने से आराम मिलेगा.
बच्चे को निमोनिया है तो-
- अगर निमोनिया है या बच्चे की पसलियां चल रही हैं तो तुलसी के रस को निकालिए. 15-20 ग्राम तुलसी का रस निकालकर संभव हो तो गाय का घी नहीं तो बादाम रोगन लें और तुलसी का रस इसमें डालकर धीमी आंच पर पकाएं.
- जब ये पूरी तरह से पक जाए तो बच्चों की मालिश करें.
- इससे बच्चों की मसल्स बहुत अच्छी हो जाएगी.
- बच्चों का इम्यून सिस्टम भी बढ़ेगा.
- निमोनिया होने की आशंका भी खत्म हो जाएगी.
- बच्चे में गर्मी-सर्दी सहने की क्षमता भी बढ़ जाएगी.भूख बढ़ाने में तुलसी का प्रयोग-
- अगर आपको या बच्चे को भूख कम लगती है तो अदरक, काली मिर्च, तुलसी के पत्तों में हरी मिर्च और नमक मिलाकर चटनी बनाएं.
- तुलसी की चटनी को आप खाने के साथ खाएंगे तो भूख भी बढ़ेगी. पेट की अन्य समस्याएं, इंफेक्शन इत्यादि भी दूर हो जाएंगे.
- चटनी के लिए तुलसी का पत्तियां बहुत ज्यादा ना लें.