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एक ही देश के आधे से ज्यादा लोग इस बीमारी के हैं शिकार, दुनिया का हर दूसरा आदमी ये मर्ज लिए घूम रहा है

एक ही देश के आधे से ज्यादा आबादी अगर इस खास बीमारी से जूझ रही है तो ऐसे में क्या करना चाहिए. जानिए कैसे कर सकते हैं इसकी रोकथाम.

आपको यह बात काफी हैरान कर सकती है कि एक देश की आधी से आबादी इस गंभीर बीमारी से जूझ रही है. दरअसल, यह कोई और नहीं बल्कि दुनिया का सुपरपावर देश अमेरिका है. जी हां, अमेरिका की आधी आबादी हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी से जूझ रही है. लगभग 40 मिलियन अमेरिकी एटोरवास्टेनिन (लिपिटर और जेनेरिक), लोवास्टैटिन (अल्टोप्रेव) और सिमवास्टेटिन (ज़ोकोर) जैसे कोलेस्ट्रॉल के लिए स्टैनिन ले रहे हैं. जो अब तक कोलेस्ट्रॉल दवाओं में सबसे अधिक उपयोगी मानी गई है.  स्टैनिन कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम को कम करने में काफी असरदार हैं. इस दवा की अच्छी बात यह है कि वह खराब कोलेस्ट्रॉल 25 से 55 प्रतिशत तक कम करती है. वहीं ब्लड में जो फैट ट्राइग्लिसराइड्स कोलेस्ट्रॉल का लेवल होता है उसे भी आसानी से कम करने का काम करता है. जिससे शरीर में सूजन और दिल का दौरा या स्ट्रोक पड़ने का जोखिम कम होता है. 

स्टैटिन किसी व्यक्ति पर कब शुरू करना चाहिए

स्टैटिन के प्रभाव को देखते हुए सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि इसे कब शुरू करना चाहिए? खासकर बुजुर्ग और व्यस्कों मेें हाई कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत हो रही है. तो ऐसी स्थिति में दवा कब शुरू करना चाहिए. यह बात तो लाजमी है कि जैसे-जैसे इंसान की उम्र बढ़ती है ठीक उसे दिल का दौरा या स्ट्रोक पड़ने का खतरा भी बढ़ता है. हाल ही में पब्लिश आंकड़ों से पता चला है कि स्टैटिन जो दवा है वह इस तरह के जोखिम को कम करता है. 80 से ज्यादा उम्र वालों पर यह दवा किस तरह से असर करेगी यह कुछ कहा नहीं जा सकता है. पिट्सबर्ग मेडिकल सेंटर विश्वविद्यालय के जेरिएट्रिक कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डैनियल फॉरमैन कहते हैं कि उम्र के हिसाब से ही इस दवा का इस्तेमाल करना चाहिए नहीं तो इसके खतरनाक साइडइफेक्ट्स चिंता का कारण बन सकती है. 

उम्र के आधार पर दवा देना गलत है

पिछले साल यूएस प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स ने बताया कि पहले दिल के दौरे या स्ट्रोक की रोकथाम के लिए 76 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को स्टेटिन दवा दी जाती थी. कोलेस्ट्रॉल का एक स्टैंडर्ड लेवल है जिसे मेंटेन करते हुए इसे बढ़ने से रोकना चाहिए. क्लीवलैंड क्लिनिक में सेंटर फॉर गेरिएट्रिक मेडिसिन के प्रमुख अर्देशिर हाशमी कहते हैं. हम उम्र के आधार पर इस दवा को देने की बात नहीं कह रहे हैं. हम कह रहे हैं कि शरीर में बढ़ रहे है कोलेस्ट्रॉल को देखते हुए लोगों को इसकी दवा देनी चाहिए. ताकि उन्हें परेशानी से बचाया जा सके. 

स्टैटिन की दवा किसे लेना शुरू कर देना चाहिए

यदि किसी व्यक्ति की उम्र 75 साल से कम है तो पूरा चांसेस है कि उसे हाइ एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और दिल का दौरा या स्ट्रोक पड़ने का खतरा काफी ज्यादा रहता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक इसलिए 75 साल से कम उम्र वाले लोगों को जिन्हें काफी ज्यादा जोखिम है उन्हें स्टैटिन लेनी चाहिए. अगर कोई व्यक्ति 75 साल से ज्यादा का है और उसे दिल की बीमारी है और दवाई के जरिए कंट्रोल किया जा रहा है तब भी आप स्टैटिन ले सकते हैं. 

डिस्क्लेमर- इस रिपोर्ट में बताई गई दवा किसी डॉक्टर द्वारा नहीं लिखी गई है. यह सिर्फ रिपोर्ट्स पर आधारित है. कोई भी दवा या बीमारी को ठीक करने के लिए डॉक्टर से संपर्क जरूर करें. ABP Live का मकसद सिर्फ जागरूरक करना है.

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