What is Amnesia: उम्र  बढ़ने के साथ-साथ भूलने की बीमारी भी अक्सर अपना शिकार बना लेती है. कई बार ऐसा होता है कि लोग अपने पुराने ख्याल को लेकर परेशान है तो भूलने की समस्या हो सकती है.  कई बार ये होता है कि किसी बीमारी के कारण भी मेमोरी लॉस की प्रॉब्लम होती है.


भूलने की बीमारी को एमनेशिया कहा जाता है. ऐसा करने से पुरानी बातों को नई घटनाओं के साथ याद रखने में मदद करती है. एमनेशिया की बीमारी एक तरह का मानसिक विकार है. यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों के साथ हो सकती है. 


एमनेशिया के कारण 


एमनेशिया यानि भूलने की बीमारी में ब्रेन का कुछ खास हिस्सा डैमेज होने लगता है. दिमाग का एक कोना जहां पर बातें स्टोर हो जाती है. वही डैमेज होने के कारण याददाश्त धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है. इस बीमारी का कोई खास इलाज नहीं है. अगर आप भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं तो आपको डॉक्टर से दवा और खास थेरेपी जरूर लेनी चाहिए. 


हिप्पोकैम्पस को नुकसान


हिप्पोकैम्पस ब्रेन और लिम्बिक सिस्टम का अपना एक खास हिस्सा है. यह याददाश्त के लिए सबसे खास जिम्मेदार होता है. जरूरत पड़ने पर दोबार से इसे रिकॉल करने का काम करता है. हिप्पोकैम्पस के सेल्स ब्रेन के दूसरे सेल्स को काफी ज्यादा एनर्जी की जरूरत पड़ती है. 


डिमेंशिया


ब्रेन की एक खास जगह होती है जो अपने विचार, घटनाएं और बातें खास जगह स्टोर करती है. अगर ज्यादा डैमेज हो जाएगी तो यह दिमाग के इस कोने में बात स्टोर नहीं होगी. इसके कारण ब्रेन सही तरीके से फंक्शन नहीं करता है. आगे जाकर यह अल्जाइमर और डिमेंशिया का कारण बनती है. डिमेंशिया के मरीज ज्यादा बातों को याद नहीं रख पाते हैं. 


एनोक्सिया


शरीर में जब ऑक्सीजन की कमी होने लगती है तो इसका ज्यादा असर दिमाग पर पड़ता है. यह मेमोरी लॉस होने का कारण भी बन सकती है. इस बीमारी को एनोक्सिया कहा जाता है. एनोक्सिया की बीमारी में ब्रेन डैमेज होने के चांसेस बढ़ जाते हैं. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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