'हार्ट अटैक' (Heart Attack) इन दिनों भारत में एक ऐसी बीमारी बनकर उभरी है. जिसने बड़े-बुजुर्ग के साथ-साथ नौजवान लोगों को अपना शिकार बना रही है. आए दिन हम न्यूज पेपर से लेकर न्यूज चैनल पर देखते और सुनते हैं कि जिम के दौरान लड़के को हार्ट अटैक आ गया. तो गरबा प्रैक्टिस के दौरान 19 साल के लड़के को हार्ट अटैक आ गया. सबसे हैरानी की बात यह है कि सिर्फ आम आदमी ही नहीं सेलेब्स भी हार्ट अटैक का तेजी से शिकार हो रहे हैं. इन बीते सालों में ऐसे-ऐसे सेलेब्स हार्ट अटैक का शिकार हुए हैं जो अपनी फिटनेस को लेकर काफी ज्यादा सजग रहते थे.


हार्ट अटैक आज के समय में देश के लिए एक बहुत गंभीर बीमारी है


हार्ट अटैक आज के समय में देश के लिए एक बहुत गंभीर बीमारी है. और हमें इसे लेकर जागरूक होने के साथ-साथ लोगों के बीच जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है. 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन'के मुताबिक हार्ट अटैक दिन पर दिन इतना गंभीर रूप लेते जा रही है कि पूरी दुनिया में इससे मरने वाले लोग सबसे ज्यादा है. ऐसे में लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूक करना बेहद जरूरी है. इसी उद्देश्य से हर साल 29 सितंबर को 'वर्ल्ड हार्ट डे' मनाया जाता है. 


एंजियोप्लास्टी क्या है?


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल का दौरा पड़ने पर एंजियोप्लास्टी की जाती है. इससे दिल की बीमारी से संबंधित दिक्कत ठीक हो जाती है. आज हम इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे एंजियोप्लास्टी क्या है? और इसकी कब जरूरत पड़ती है. 


कब इसकी जरूरत पड़ती है?


जब दिल की आर्टरी में ब्लॉकेज होने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पाता है. हार्ट में ब्लड क्लॉट होने की वजह से आर्टरी में ब्लॉकेज होने लगते थे. जिसकी वजह से सीने में दर्द होने लगता था. सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. घबराहट और पसीना होने लगता है. ऐसे में मरीज को तुरंत एजीयोप्लास्टी की जरूरत पड़ती है. ऐसे मरीज को लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. दिल की तकलीफ बढ़ने पर डॉक्टर्स तुरंत एंजियोप्लास्टी की सलाह देते हैं. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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