Serum इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया सालों पुरानी कंपनी है. कोरोना महामारी के समय से ही यह कंपनी काफी ज्यादा सुर्खियां बटोरी रही है. पहले कोरोना वैक्सीन बनाने को लेकर चर्चा में आई है कि यह कंपनी कोरोना महामारी के खिलाफ युद्ध में सरकार के साथ कदम से कदम मिला रही है.


सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इस वजह से कुछ दिन पहले सुर्खियों में छाया हुआ था


कुछ दिनों पहले भी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इसलिए चर्चा में बनी हुई थी कि जो कोरोना वैक्सीन उन्होंने बनाई है उसके खतरनाक साइड इफेक्ट्स लोगों को पर दिखाई दिए हैं. दरअसल, पूरा मामला यह है कि 'सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका' ने साथ मिलकर कोरोना की वैक्सीन 'कोविशील्ड' बनाई है. एस्ट्राजेनेका के मालिक ने ब्रिटेन कोर्ट में माना कि रेयर ऑफ द रेयरेस्ट में वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. इस दौरान शरीर में खून के थक्के जमना, हार्ट अटैक पड़ना जैसी दिक्कत हो सकती है. 


अब वो तो बात कि बात है कि कोविशील्ड के साइड इफेक्ट्स शरीर पर दिखते हैं या नहीं लेकिन आज हम अपने आर्टिकल के जरिए आपको विस्तार से यह बताएंगे कि कोविशील्ड के अलावा सीरम इंस्टीट्यूट कौन-कौन सी वैक्सीन बनाती है. 


सीरम इंस्टीट्यूट की स्थापना कब हुई थी?


सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की स्थापना 54 साल पहले यानि साल 1966 में सायरस पूनावाला ने की थी. जोकि अदर पूनावाला जोकि फिलहाल अभी सीरम कंपनी कर्ता धर्ता है उनके पिता है. यह होल्डिंग कंपनी पूनावाला इन्वेस्टमेंट एंड इंडस्ट्रीज की एक कंपनी थी. सायरस पूनावाला को वैक्सीन किंग भी कहा जाता है. 


दुनिया के 170 देशों में किया जाता है सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन का इस्तेमाल


100 एकड़ में फैली यह कंपनी हर साल अलग-अलग बीमारियों के लिए वैक्सीन बनाती है. यह लगभग हर 1.3 अरब वैक्सीन बनाती है. कंपनी के मुताबिक सीरम इंस्टीट्यूट में जो वैक्सीन बनाए जाते है उनका लगभग इस्तेमाल दुनिया के 170 देशों में किया जाता है. 


पोलियो की वैक्सीन


यह कंपनी ज्यादातर पोलियो की वैक्सीन बनाने के लिए जानी जाती है. पोलियो के खिलाफ  अभियान में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.  इस कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर यह दावा किया है कि उन्होंने दुनियाभर में करीब 65 फीसदी बच्चों को वैक्सीन दे चुके हैं. 


सीरम इंस्टीट्यूट कोविड और पोलियो के अलावा कौन-कौन सी बीमारियों की वैक्सीन बनाती है?


BBC की रिपोर्ट के मुताबिक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कंपनी टिटनस, डिप्थीरिया का टीका, परटूसिस यानी डीपीटी के टीके, सांप के जहर को काटने वाली वैक्सीन, टीबी से बचने वाले बीसीजी के वैक्सीन, हेपेटाइटिस-बी के वैक्सीन, रोटावायरस के वैक्सीन, रूबेला यानी एमएमआर के वैक्सीन , मीजल्स और मंप के वैक्सीन शामिल है. 


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