Arthritis Pain: राजधानी दिल्ली में ठंड धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. बीते दो-तीन दिनों से तापमान एकदम गिरा है. सर्दियों में अक्सर आपने लोगों को घुटनो और जोड़ों में दर्द की शिकायत करते हुए सुना होगा. गठिया की परेशानी भी इस मौसम में बढ़ जाती है. बुजुर्गों को सर्दियों में तकलीफ ज्यादा होती है. तापमान में गिरावट आने की वजह से घुटनों की हड्डियों में सूजन आ जाती है फिर ये चलने फिरने में दर्द करने लगते हैं. गठिया में जोड़ों में सूजन और तेज दर्द होता है. ये कलाई, घुटने, कूल्हों, टखनों सहित शरीर के विभिन्न जोड़ों को प्रभावित करता है. आज इस लेख में हम आपको कुछ टिप्स बताने वाले हैं जिनके जरिए आप सर्दियों में गठिया या अर्थराइटिस के दर्द को कम कर सकते हैं.
शरीर को रखें गर्म
सर्दियों में शरीर को गर्म रखकर आप जॉइंट पैन या गठिया आदि की परेशानी से बच सकते हैं. इस मौसम में ऊनी कपड़े पहने और हाथ पैर को ढककर रखें. अगर आपको कूल्हों या घुटनों में गठिया है तो बाहर निकलते वक्त लंबे अंडरवियर पहने जिससे आपके निचले अंग गर्म रहेंगे और परेशानी नहीं होगी. ठंड से जब आप वापस घर आते हैं तो गर्म पानी से स्नान करें. इससे भी आपको दर्द से आराम मिलेगा.
एक्सरसाइज या व्यायाम
एक जगह बैठे रहने से भी इस मौसम में ज्वाइंट पैन की समस्या आती है. शरीर का मूवमेंट न होने की वजह से ब्लड सरकुलेशन धीमा हो जाता है जिससे दर्द होने लगता है. नियमित तौर पर व्यायाम मांसपेशियों की ताकत, लचीलापन और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है और जोड़ों की परेशानी को कम करता है. आप चाहे तो योग, एरोबिक्स, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, ट्रेडमिल या कुछ मिनट की वॉक कर सकते हैं.
स्वस्थ आहार
अपने खानपान में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें. टमाटर, जामुन, एवोकाडो, अंगूर आदि का सेवन जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है.
मसाज
सर्दियों में ब्लड वेसल्स सुकड़ने लगते हैं जिससे ब्लड सरकुलेशन धीमा हो जाता है. गर्म तेल की मसाज करने से शरीर में ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है और सूजी हुई नशे कम होती है जिससे आराम मिलता है. आप चाहे तो हीट थेरेपी भी कर सकते हैं.
ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन डी
विटामिन डी की मात्रा अगर शरीर में पर्याप्त होगी तो ये कैल्शियम को शरीर में बेहतर तरीके से अब्जॉर्ब करने में मदद करता है जिससे हड्डियां मजबूत होती है. अगर विटामिन डी का लेवल कम रहता है तो ज्वाइंट पैन ज्यादा होने लगता है. ऐसे में अपने खानपान में उन चीजों का सेवन करें जिससे आपको विटामिन डी मिले. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार व्यस्को को प्रतिदिन 20 से 50 एनजी/एमएल विटामिन डी का सेवन करना चाहिए. ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर भोजन का सेवन करना चाहिए जो कि विटामिन डी से भरपूर होते हैं जैसे सैल्मन या मैकेरल.
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