आर्टिफ़िशियल शुगर खाने से हो सकते हैं कैंसर के शिकार, रिसर्च में हुआ खुलासा
आजकल के मॉर्डन लाइफस्टाइल में वजन कंट्रोल में रखना है अपने आप में एक चैलेंज है. लेकिन कई लोग इसी वजह से आर्टिफिशियल शुगर का इस्तेमाल कर रहे हैं. जो खतरनाक है.
आजकल के मॉर्डन लाइफस्टाइल में वजन कंट्रोल में रखना है अपने आप में एक चैलेंज है. लेकिन वजन कंट्रोल करने के चक्कर में अक्सर हम एक गलती कर बैठते हैं. अब सवाल यह उठता है कि वह क्या गलती है? दरअसल, हेल्थ को लेकर चिंतित रहते है और खाने में चीनी लेने से बचते हैं और उसकी जगह आर्टिफिशल शुगर का इस्तेमाल करते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह आर्टिफिशल शुगर आपकी हेल्थ के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है. और यह इतना खतरनाक है आपको कैंसर जैसी बीमारी का शिकार बना सकता है. यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इसका खुलासा हाल ही 'यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना' के रिसर्च रिपोर्ट में हुआ है.
रिसर्च में हुआ यह डराने वाला खुलासा
'नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी' और 'यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना' के रिसर्चर्स ने यह पाया कि आर्टिफिशियल शुगर के सुक्रालोज-6-एसीटेट, सुक्रालोज में पाया जाने वाला एक खास तरह का कैमिकल डीएनए को नुकसान पहुंचाता है. स्वीटनर के ऑफ-द-शेल्फ ब्रांडों में सुक्रालोज-6-एसीटेट की ट्रेस मात्रा पाई जा सकती है और यह भी घातक है. इस स्टडी को लीड करने वाले एक वैज्ञानिक ने बताया कि इस खोज में पाया गया कि सुक्रालोज का एक दूषित और मेटाबोलाइट इंसान के ब्लड टिश्यूज में डीएनए को नुकसान पहुंचा सकता है और मानव के जीन को नुकसान कर सकता है.
आर्टिफिशियल शुगर से कैसे हो सकता है कैंसर?
शुगर को कंट्रोल करने के लिए कई सारे लोग आर्टिफिशियल शुगर का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन यह आर्टिफिशल शुगर आप को नुकसान पहुंचा रही है. रिसर्च के मुताबिक इससे कैंसर जैसे बीमारी भी हो सकती है. इस रिसर्च पर ABP ने डॉक्टर एम वली से बात की. जिन्होंने इस रिसर्च के बारे में बताया कि सबसे पहले तो इसका नाम आर्टिफिशियल ही अपने आप में बहुत कुछ बयां कर रहा है. लोगों ने aspertame ज़्यादा कन्ज़्यूम किया है. जो लोग चाय , नीबू पानी, दूध में सब चीज़ में ले रहे है इससे ब्रैस्ट कैंसर का खतरा होता है और यह प्रूव हुआ है. शुगर में पूरी तरह शकर मना नहीं होती है आप चक्र को रेगुलेट करके भी खा सकते हैं जैसे के कम मीठी चाय,कम मीठा. प्लांट बेस्ड अच्छे प्रोडक्ट मार्केट में आ रहे हैं जिनके बारे में यह कहा जा रहा है कि वह बेहतर है हालांकि उन के बारे में भी रिसर्च होगी तभी ठीक से पता चल सकेगा. इससे कई सारी चीजें सामने आई है इसलिए आप भी अपनी सेहत को लेकर और सावधान हो जाइए और आर्टिफिशियल स्वीटनर्स से बचें जो आपकी सेहत पर सीधा असर करती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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