नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का सॉफ्ट टिश्यू कैंसर के कारण निधन हो गया. आज दिल्ली के निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. अरुण जेटली सॉफ्ट टिश्यू सरकोमा कैंसर से पीड़ित थे. वो लंबे वक्त से इसका इलाज की करवा रहे थे. 9 अगस्त को तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण एम्स में भर्ती हुए थे. कल दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर उनका निधन हो गया.


क्या होता है सॉफ्ट टिश्यू सरकोमा


सॉफ्ट टिश्यू सरकोमा एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर होता है. ये कैंसर इंसानी शरीर के कोमल उत्तकों, मांसपेशियां, त्वचा, ब्लड, नसों, रक्तवाहिका और ज्वाइंट्स में हो जाता है. इंसानी शरीर में कई सारे कोमल उत्तक होते हैं, लेकिन सभी में कैंसर नहीं होता है. लेकिन जब सॉफ्ट टिश्यू सरकोमा एक टिश्यू के अंदर विकसित होते हैं तो वहां से दूसरे टिशू में फैलने लगता है. इसकी चपेट में बच्चे भी आ जाते हैं, लेकिन आम तौर पर ये युवाओं में तेजी से फैलता है. ये 50 से ज्यादा तरह का होता है.


कैसे नजर आते हैं लक्षण


शुरुआत में इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है. लेकिन जैसे-जैसे ये विकसित होता है तो मासपेशियों में तेज दर्द होता है. इस तरह का दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से जांच कराए.


शरीर के किसी भी हिस्स में गांठ होना भी इसका एक लक्षण है. अगर शरीर में कोई गांठ दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.


तेज पेट दर्द होना इसके फैलने का संकेत हो सकता है, तो इसे नजरअंदाज न करें.


खाने पीने में हमेशा सावधानी रखें. ज्यादा ऑइली चीजों के खानें से हमेशा बचें.


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