वो 5 टिप्स जो आपको अस्थमा के अटैक से बचा सकते हैं, आसान सी चीजें हैं जो उम्र भर साथ देंगी
अस्थमा एक वक्त के बाद इतना ज्यादा खतरनाक हो जाता है कि यह आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को भी प्रभावित कर सकता है. हम आज इस आर्टिकल के जरिए अस्थमा के दौरों के बारे में बात करेंगे.
अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें सांस की नली में सूजन आ जाते हैं. जिसकी वजह से बलगम बनने लगते हैं. इससे सांस लेने में मुश्किल होने के साथ-साथ खांसी, सांस लेते समय घरघराहट या सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. कुछ लोगों के लिए अस्थमा एक मामूली सी परेशानी है लेकिन अगर इसे सही समय पर कंट्रोल नहीं किया गया तो यह एक बड़ी समस्या बन सकती है. सिर्फ इतना ही नहीं यह एक वक्त के बाद इतना खतरनाक हो जाता है कि यह आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को भी प्रभावित कर सकता है. हम आज इस आर्टिकल के जरिए अस्थमा के दौरों के बारे में बात करेंगे.
लक्षण
अस्थमा के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं.आपको अस्थमा के दौरे कभी-कभार ही पड़ सकते हैं.लक्षण केवल निश्चित समय पर ही दिखाई देते हैं.जैसे कि एक्सरसाइज या जिम करते वक्त इसके सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.
सांस लेने में कठिनाई
सीने में जकड़न या दर्द
सांस छोड़ते समय घरघराहट होना, जो बच्चों में अस्थमा का एक सामान्य लक्षण है.
सांस लेने में तकलीफ, खांसी या घरघराहट के कारण सीने में परेशानी.
खांसी या घरघराहट के दौरे, जो सर्दी या फ्लू जैसे श्वसन वायरस से खराब हो जाते हैं.
अस्थमा एक कॉम्युनिकेबल बीमारी है. साल 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक 262 मीलियन इस बीमारी से पीड़ित हैं. वहीं आधा से ज्यादा मीलियन लोगों की इस बीमारी से हर साल मौत हो रही है.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक वर्ल्ड अस्थमा दिवस के मौके पर बता रहे हैं कैसे आप अस्थमा के दौरों पर कंट्रोल कर सकते हैं.
अस्थमा के लक्षणों की ऐसे करें पहचान
खांसी, घरघराहट और सांस लेने में कठिनाई ये सभी संकेत हैं कि आपका अस्थमा अच्छी तरह से नियंत्रित नहीं है.यदि आपको लगता है कि आपके लक्षण बदतर हो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना चाहिए. आपको अपने सांस की नली और नाक को खोलने के लिए स्पेसर के साथ रिलीवर इनहेलर का इस्तेमाल करना चाहिए.
अस्थमा के ट्रिगर्स को पहचानें और उनसे बचें
सामान्य ट्रिगर्स में धुआं, धुंआ, वायरल संक्रमण, मौसम में बदलाव, जानवरों के फर और पंख और तेज़ सुगंध शामिल हैं.जानें कि आप पर क्या प्रभाव पड़ता है और यदि संभव हो तो बचने का प्रयास करें.यदि संभव नहीं है, तो सुनिश्चित करें कि आपका रिलीवर इनहेलर आसानी से उपलब्ध हो.
सही इनहेलर्स की पहचान करें
एक रिलीवर इनहेलर (जिसे ब्रोन्कोडायलेटर भी कहा जाता है) जो आपके सांस की नली को साफ करता है और फेफड़ों के अंदर और बाहर के एयर में सुधार करता है.
प्रिवेंटर इनहेलर का यूज करें
स्टेरॉयड या प्रिवेंटर इनहेलर फेफड़ों में सूजन को कम करता है और लंबे वक्त के लिए अस्थमा का इलाज करने में उपयोगी है.अपने डॉक्टर के निर्देशानुसार स्टेरॉयड इनहेलर का उपयोग करके, आप अपने लक्षणों में सुधार करेंगे और गंभीर हमले के जोखिम को कम कर सकते हैं.
स्पेसर एक प्लास्टिक की मशीन होती है जो इनहेलर को आपके माउथपीस या मास्क के साथ जोड़ती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: खाना खाने के कितनी देर बाद दवा खाना चाहिए? हेल्थ एक्सपर्ट से जानिए इसका सही जवाब
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )