इडली (Idli) और डोसा (Dosa) जैसे आसानी से पकने वाले खाने की चीजें बनाने के लिए पहले से बैटर तैयार किया जाता है. अक्सर यह कहा जाता है कि बैटर को आप जितनी देर तक फरमेंटेशन करेंगे वह उतना अच्छा है. कई लोग इसे काफी लंबे समय तक रेफ्रिजरेटर में रखते हैं. लेकिन सवाल यह है कि क्या यह हेल्थ के लिहाज से सही है? इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक ऐसी खाने वाली चीजें जिसमें बैटर काफी समय पहले तैयार किया जाता है. उसे जितना ज्यादा फरमेंटेशन किया जाता है. उसमें पोषक तत्वों की कमी होने के साथ-साथ उसका ऑरिजनल गंध चला जाता है. ओवर फरमेंटेशन सेहत के लिए अच्छी नहीं होता है.
ज्यादा फरमेंटेड बैटर सही नहीं है
सड़े/बासी इडली/डोसा बैटर का इस्तेमाल कम से कम करें. ऐसे फूड आइटम तभी तक खाने चाहिए जब तक खाने में स्वाद बरकरार है. अगर आप इसे 10-14 दिनों तक फ्रीज में रखते हैं तो यह तरीका एकदम से गलत बात है. ज्यादा फरमनटेशन सेहत के लिए एकदम सही नहीं है. ज्यादा फरमनटेशन का मतलब ज्यादा सड़ जाना जोकि आंत और लिवर के लिए ठीक नहीं है. जिससे आपके आंत में सूजन आ सकती है.
बैटर का काफी ज्यादा फरमंटेशन एक जोखिम है. विशेष रूप से उन व्यंजनों में जो खमीरीकरण के लिए किण्वन के माध्यम से गैसों (जैसे कार्बन डाइऑक्साइड) के उत्पादन पर निर्भर करते हैं. जैसे कि ब्रेड या कुछ प्रकार के पैनकेक.
यीस्ट-आधारित बैटर: ब्रेड के आटे जैसे यीस्ट-आधारित बैटर में यदि आटे को बहुत देर तक फूलने के लिए छोड़ दिया जाए तो अतिकिण्वन हो सकता है. खमीर सभी उपलब्ध शर्कराओं का उपभोग करता है. और आटा अत्यधिक फूल जाता है, जिससे संरचना और स्वाद खो जाता है.
बेकिंग पाउडर/सोडा बैटर: जो बैटर रासायनिक लेवनिंग एजेंटों (बेकिंग पाउडर/सोडा) का उपयोग करते हैं, उनमें बेकिंग से पहले अत्यधिक गैस उत्पादन के कारण अतिकिण्वन हो सकता है. इससे बैटर ढह सकता है और अवांछित बनावट पैदा हो सकती है.
कैसे पता चलेगा कि बैटर सड़ा/बासी है?
दुर्गन्धयुक्त होना
स्वाद में बहुत अधिक खट्टापन
बैटर के ऊपर तेल जैसी पतली परत जम गई है
फरमनटेशन के कारणों में शामिल हैं:
किण्वन के लिए उपयोग किया जाने वाला तापमान बहुत अधिक था.
बैटर में बहुत ज्यादा नमक मिला दिया गया था.
किण्वन के बाद बैटर को प्रशीतित नहीं किया गया था.