माइग्रेन का दर्द बहुत ही परेशान करने वाला होता है. सिर के एक हिस्से में उठने वाला तेज दर्द माइग्रेन का संकेत होता है. इस दर्द को कम करने के लिए दवाओं के साथ-साथ खाने-पीने की आदतों में भी बदलाव लाना जरूरी है. कुछ खास चीजें माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकती हैं. आइए जानते हैं उन 5 चीजों के बारे में जो माइग्रेन का खतरा बढ़ाती हैं और जिनसे बचकर आप इस दर्द से आराम पा सकते हैं. आज से ही इन चीजों को खाने में सतर्क रहें और माइग्रेन के दर्द को कम करें. 


चॉकलेट
चॉकलेट में टायरामाइन नामक पदार्थ होता है, जो माइग्रेन के दर्द को ट्रिगर कर सकता है. टायरामाइन हमारे दिमाग में केमिकल असंतुलन पैदा करता है, जिससे माइग्रेन का दर्द बढ़ जाता है. अगर आपको चॉकलेट खाने का बहुत शौक है, तो कोशिश करें कि आप इसे कम मात्रा में खाएं, खासकर डार्क चॉकलेट. इससे आपका माइग्रेन का दर्द कम हो सकता है. 


प्रोसेस्ड मीट
प्रोसेस्ड मीट जैसे सॉसेज, हॉट डॉग, और सलामी में नाइट्राइट्स और नाइट्रेट्स होते हैं. ये केमिकल्स हमारे शरीर में ब्लड वेसल्स को प्रभावित करते हैं, जिससे माइग्रेन का दर्द बढ़ सकता है. अगर आप मीट खाना पसंद करते हैं, तो ताजे और बिना प्रोसेस्ड मीट का खाएं. इससे माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद मिलेगी. 


पनीर
पुराना या फर्मेंटेड पनीर जैसे चेडर, ब्लू चीज, और स्विस चीज में टायरामाइन होता है. यह पदार्थ माइग्रेन के दर्द को ट्रिगर कर सकता है. अगर आपको पनीर बहुत पसंद है, तो ताजे पनीर का उपयोग करें. इससे माइग्रेन का दर्द कम हो सकता है और आप स्वाद का आनंद भी ले सकते हैं. 


मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) खाना
MSG एक फूड एडिटिव है जो अक्सर चीनी और प्रोसेस्ड फूड में पाया जाता है. यह हमारे दिमाग में केमिकल असंतुलन पैदा करता है, जिससे माइग्रेन का दर्द बढ़ सकता है।.कोशिश करें कि आप ताजे और बिना प्रोसेस्ड फूड का सेवन करें. बाहर खाने जाते समय भी ध्यान रखें कि आपके खाने में MSG न हो. 


रेड वाइन और एल्कोहल
रेड वाइन और अन्य एल्कोहलिक पेय पदार्थों में टायरामाइन और सल्फाइट्स होते हैं. ये केमिकल्स हमारे शरीर में ब्लड वेसल्स को प्रभावित करते हैं और माइग्रेन का दर्द बढ़ा सकते हैं।.अगर आपको एल्कोहल पीना पसंद है, तो इसे बहुत कम मात्रा में पिएं. इससे माइग्रेन का दर्द कंट्रोल रहेगा और आप भी आनंद ले सकेंगे. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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