Myths Vs Facts: क्या गर्भवती महिलाओं को मछली नहीं खानी चाहिए, जानें इस बात में कितनी सच्चाई?
Myths Vs Facts: प्रेग्नेंट महिलाओं को अक्सर डाइट से जुड़ी सलाह दी जाती है. प्रग्नेंट महिलाओं को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? आइए इस दौरान मछली खानी चाहिए या नहीं?
प्रेग्नेंट महिलाओं को अक्सर डाइट से जुड़ी सलाह दी जाती है. प्रग्नेंट महिलाओं को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? यह अक्सर घर की बुजुर्ग महिलाएं सलाह देती है. घर की बुजुर्ग महिलाएं अक्सर गर्भवती महिलाओं को मछली खाने से मना करती है. आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
इसके विपरीत डॉक्टर्स के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान मछली खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. क्योंकि इसमें ओमेगा फैटी एसिड, प्रोटीन, कैल्शियम आदि जैसे कई अन्य पोषक तत्व होते हैं. हालांकि, गर्भवतीआ महिलाओं को मछली की तैयारी का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि बहुत मसालेदार तैयारी अन्य समस्याओं का कारण बन सकती है.
प्रेग्नेंसी के दौरान इन मछलियों को खाना चाहिए?
गर्भवती महिला को मछली खाना सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को साल्मन, ट्राउन, ट्यूना मछलियों का खाना बेहद जरूरी होता है. यह मछलियां प्रेग्नेंसी में काफी ज्यादा फायदेमंद होता है.
प्रेग्नेंसी 9 महीने का लंबा सफर होता है. इस दौरान कई तरह की बातें कही और सुनी जाती है. दरअसल, एबीपी लाइव हिंदी ने 'मिथ vs फैक्ट्स' को लेकर एक सीरिज शुरू किया है. इस सीरिज के जरिए प्रेग्नेंसी को लेकर समाज में जितने भी मिथ है. जिसे लोग सच समझकर फॉलो करते हैं हम उनका लॉजिकल तरीके से जवाब देने की कोशिश करेंगे.
Myths Vs Facts: प्रेग्नेंसी में मछली खाने से क्या बदलाव आते हैं?
'मिथ vs फैक्ट्स' सीरिज में हम ऐसे मुद्दों को उठाते हैं. उसके तह तक जाने की कोशिश करते हैं. जिससे अक्सर बोलचाल की भाषा में लोग इस्तेमाल करते हैं. जैसे हमारे समाज में प्रेग्नेंसी को लेकर कई सारी ऐसी बातें है जिसे डॉक्टर मिथ मानती है. इस Myth VS Truth सीरिज के जरिए ऐसी बातों को तथ्य के साथ हम आम जनता के साथ पेश करेंगे. ताकि आप दकियानूसी झूठी बातों के दलदल में न फंसे.
गर्भवस्था में मछली खाने से बच्चे को सांस से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा कम रहता है. इसके अलावा मां को अस्थमा की बीमारी का खतरा भी कम होता है. हाल ही में हुए एक रिसर्च के मुताहित मछली के उत्तक और पेट के आसपास तेल काफी ज्यादा होता है. मछली में फिलेट्स 30 प्रतिशत तक तेल होता है.
रिसर्च के मुताबिक नतीजे बताते हैं कि साल्मन मछली खाने वाली महिलाओं और मछली नहीं खाने वाली महिलाओं के बीच का फर्क साफ दिखाई देता है. अस्थमा की बीमारी की दिक्कत कम होती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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