नई दिल्लीः अक्सर महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन अब इन दिक्कतों को महिलाओं को मिल सकती है राहत. दरअसल, आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी आयुर्वेदिक स्मूदी ड्रिंक के बारे में जो ना सिर्फ बनाने में आसान है बल्कि इसके सेवन से आसानी से मंथली साइकिल बिना दर्द के निकल जाएगा. ये स्मूदी ना सिर्फ टेस्टी है बल्कि स्मूदी से मूड गुड होता है.

1 से 2 गिलास स्मूदी के लिए साम्रगी-

  • 1 से 2 बड़े चम्मच ऑर्गेनिक तिल के बीज लें. तिल को रातभर पानी में भिगो दें.

  • 4 से 5 चम्मच कोकोनट फ्लेक्स लें. इसे भी दो घंटे पहले पानी में भिगो दें.

  • 4 से 6 खजूर.

  • आधा चम्मच दालचीनी पाउडर.

  • आधा चम्मच अदरक का रस.

  • आधा चम्मच अदरक पाउडर.

  • आधा चम्मच शतावरी पाउडर.

  • पानी जरूरत के हिसाब से.

  • इन सभी को ब्लेंडर में ब्लैंड कर लें.

  • स्मूदी जब थिक और क्रीमी हो जाएगा तो ये आपके दर्द का करेगा इलाज.


ये फायदे होंगे इस स्मूदी को पीने से-

  • तिल के बीज पीरियड्स के दिनों में बहुत अच्छे माने जाते हैं. इसके सेवन से क्रैंप्स और हैवी फ्लो को रोका जा सकता है. इसमें बहुत अधिक मात्रा में आयरन भी पाया जाता है. मेन्स्ट्रूअल फ्लो रेगुलेट करने के लिए इसे नैचुरल स्वीटनर के साथ मिक्स करके लेना चाहिए.

  • खूजर और तिल के बीजों को टेस्ट बहुत अच्छा होता है.

  • कोकोनट फ्लेक्स बॉडी को ठंडा करते हैं. साथ ही ये हार्मोनल बैलेंस भी ठीक रखते हैं.

  • शतावरी महिलाओं के लिए एक जरूरी हर्ब है. ये वात और पित्त को शांत करने वाला है. ये मेन्स्ट्रूअल साइकल को भी रेगुलेट करता है.

  • इंडियन गूस्बेरी या आंवला में विटामिन सी बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है. ये नये टिश्यूज को दोबारा बनाता है और रेड ब्लड सेल काउंट्स को बढ़ाता है. ये बॉडी को नॉरिश रखता है और ऐपिटाइट बैलेंस बनाकर रखता है.

  • आयुर्वेद के मुताबिक, महिलाओं की हेल्थ उनके मेन्स्ट्रूअल साइकल से सीधे तौर पर संबंधित है. रेगुलर मेन्स्ट्रूअल साइकल सिर्फ प्रेंग्नेंसी के लिए जरूरी नहीं बल्कि ये बॉडी को डिटॉक्सीफाई भी करता है. लेकिन अधिक महिलाएं अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में पीरियड्स को बाधा मानती हैं.