(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ayurvedic Health Tips: मॉडर्न डायटीशियन की इस बात से मेल नहीं खाते आयुर्वेद के ये नियम, जानें फिट रहने के लिए क्या है सही
Ayurvedic Tips For Weight Loss: एकस्ट्रा फैट को हटाने के लिए छोटे-छोटे मील्स कई बार खाने की वकालत नहीं करता आयुर्वेद, जानें क्या हैं आयुर्वेद के आसान और साधारण फिटनेस रूल्स...
Ayurvedic Tips For Fitness: नैचरली हेल्दी रहने की बात हो तो आयुर्वेदिक लाइफस्टाइल से बेहतर कुछ भी नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि आयुर्वेद पूरी तरह प्रकृति पर आधारित सेहत का विज्ञान है. लेकिन आयुर्वेद के कुछ नियम ऐसे हैं, जिन पर विश्वास करना और इनका लॉजिक ढूंढना कई बार बहुत मुश्किल हो जाता है. यहां तक कि वर्षों से आयुर्वेद के माध्यम से रोगियों का उपचार करने वाले वैद्य भी इनका कोई सटीक कारण नहीं दे पाते हैं. हालांकि इस संबंध में जानकारी का अभाव होने के लिए यह जरूर कहा जाता है कि यदि तक्षशिला और नालंदा जैसे विश्वविद्यालयों को नष्ट नहीं किया जाता तो आज हमारे पास भी आयुर्वेद के हर हैरान करने वाले प्रश्न का उत्तर होता.
खैर, हम आपके साथ यहां जिस नियम को साझा करने जा रहे हैं, उसके पीछे के लॉजिक आयुर्वेद में भी बहुत क्लियर हैं और मॉडर्न डायटीशियन्स के पास भी. लेकिन फिटनेस से जुड़ा होने के बाद भी इन दोनों के ही विचार एक-दूसरे से मेल नहीं खाते हैं. क्या हैं ये नियम, यहां जानते हैं...
वेटलॉस और फिटनेस के लिए क्या कहते हैं डायटीशियन?
जब आप वेटलॉस के लिए किसी भी डायट को फॉलो करते हैं या डायटीशियन के पास जाते हैं तो आमतौर पर सलाह दी जाती है कि आप अपने भोजन को एक बार में ना खाकर छोटे-छोटे मील्स में डिवाइट करें. फिर हर दो से तीन घंटे के बाद तेज भूख लगने पर इसका सेवन करें. ताकि एक बार में ढेर सारी कैलरी स्टोर करने से आप बच सकें.
फिटनेस के लिए आयुर्वेदिक नियम क्या हैं?
- आयुर्वेद कहता है कि आपको एक बार में भरपेट भोजन करना चाहिए लेकिन ओवर इटिंग से बचना चाहिए. दिन में कई बार भोजन करने से पाचकाग्नि (Digestive Fire)पर बुरा असर पड़ता है, इससे पाचन डिस्टर्ब होता है, जिसका असर पूरी सेहत पर पड़ता है. इसलिए आयुर्वेद में तीन मुख्य भोजन करने का नियम है. जैसे, सुबह नाश्ता जिसे अल्पाहार कहा जाता है और फिर दोपहर और रात का भोजन.
- ब्रेकफास्ट और लंच के बीच के समय में हल्की भूख लगने पर छाछ, जूस, लस्सी इत्यादि लिए जा सकते हैं. वहीं, लंच और डिनर के बीच के समय में भूख लगने पर फल, सलाद या हेल्दी स्नैक्स जैसे, भुने हुए चने, उबाले गए देसी चने की चाट, मुरमुरे, धान की खील, मक्का की खील (पॉपकॉर्न), ताजे फल, मौसमी सब्जियों की सलाद इत्यादि खाने का सुझाव दिया जाता है. ये सभी चीजें हेल्दी हैं और लगभग पूरी तरह फैट फ्री भी. ऐसे में आयुर्वेदिक खान-पान के अपनाकर बिना किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना किए हुए भी वजन घटाया जा सकता है और खुद को फिट रखा जा सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: क्रिकेट वर्ल्ड कप के दोनों खिताब जीतकर अर्श पर है इंग्लैंड, मैच जिताने वाले इस खिलाड़ी ने पहले पाई डिप्रेशन पर जीत
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )