Daiper Rashes: बहुत देर तक डायपर पहनने या समय से उन्हें न बदलने के कारण रैशेज हो सकते हैं. एक्सेस मॉइश्चर और गीले डायपर बच्चों के रैशेज़ का कारण बन सकते हैं. टाइट डायपर या सेंसिटिव स्किन भी डायपर रैशेज के अन्य कारण हो सकते हैं. हालांकि बाजार में ऐसे कई मलहम उपलब्ध हैं जो बेबी रैशेज़ को दूर रखने में मदद करते हैं लेकिन आप प्राकृतिक तरीकों से भी इन रैशेज़ को दूर कर सकते हैं. तो आपके बेबी की कोमल त्वचा को जलन और चकत्तों से बचाने के लिए इन घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करें.
बेबी स्किन पर डायपर से हो गए हैं रैशेज़ तो इन होम रेमेडीज़ की लें मदद
दलिया: अगर आपके बच्चे को डायपर रैशेज हैं तो ये एक बेहतरीन प्राकृतिक उपचार है. ओट्स का एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रैशेज के एरिया में रिलीफ देने के साथ-साथ कंडीशन सुधारने करने में भी मदद करता है.
एलोवेरा: एलोवेरा का इस्तेमाल सूजन से राहत पाने करने के लिए किया जाता है और इसलिए ये डायपर रैशेज को ठीक करने में भी फायदेमंद है. इसकी एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी रैशेज़ को हील करने में मदद करती है.
नारियल का तेल: ये डायपर रैशज़ के लिए सबसे अच्छे उपचारों में से एक है. नारियल का तेल अपने एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के लिए जाना जाता है, जो रैशेज को ठीक करने में मदद करता है और साथ ही इसे लगातार इस्तेमाल करने से ये दोबारा होने से भी रोकता है.
लैवेंडर ऑयल: ये तेल अपने सूदिंग और शांत गुणों के कारण इरिटेटड स्किन को शांत करने में मदद करता है. इसका ज्यादा फायदा लेने के लिए आप लैवंडर ऑयल में नारियल के तेल को मिलाकर बच्चे की स्किन पर लगा सकते हैं.
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