शिशु को वैक्सीन के डोज लगवाने से उम्र भर के लिए पुरानी बीमारियों के खिलाफ सुरक्षा मुहैया हो सकती है. वैक्सीन बीमार पड़ने से पहले रोग के खिलाफ शरीर के प्राकृतिक इम्यूनिटी को बनाने में मदद कर सकती है. इससे ज्यादा सेहतमंद जिंदगी गुजारने में मदद मिल सकती है. सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) और अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडिऐट्रिक्स के मुताबिक कुछ महत्वपूर्ण वैक्सीन नवजात शिशु को जन्म के पहले महीने में लगवाया जाना चाहिए.
हेपेटाइटिस बी- ये वैक्सीन लीवर को नुकसान पहुंचाने वाले हेपेटाइटिस बी वायरस के खिलाफ रक्षा करती है. वैक्सीन का दूसरा डोज 1 या 2 महीनों में लगाया जाता है और तीसरा 6-18 महीनों के बीच. पहला डोज नवजात शिशु के अस्पताल छोड़ने से पहले दिया जाता है, जबकि दूसरा डोज दो महीने के चेकअप में लगाया जाता है.
हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (Hib) वैक्सीन- ये वैक्सीन आपके मासूम को Hib संक्रमण जैसे न्यूमोनिया, स्किन, गले का संक्रमण और मेनिंजाइटिस से सुरक्षा देती है. हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी एक प्रकार का बैक्टीरिया है जो दिमाग और रीढ़ में संक्रमण की वजह बनता है.