Deadly Disease's: हम और आप ऐसी कई खतरनाक बीमारियों के बारे में जानते हैं तो जानलेवा होती हैं. उनमें से कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही हिम्मत टूट जाती है. पर सिर्फ यही एक ऐसी बीमारी नहीं है जो जानलेवा साबित हो सकती है. आज हम आपको उन बीमारियों के बारे में भी बताने जा रहे हैं जो बेहद खतरनाक और लाइफ थ्रेटनिंग हैं. तो सबसे पहले जान लेते हैं और 10 बीमारियों के बारे में जिन्हें खुद डब्ल्यूएचओ (WHO) ने डेडली डिसीजेज़ का नाम दिया है.
10 बीमारियां जो डेडलिस्ट डिसीसेज़ की लिस्ट में शामिल हैं
1. हार्ट डिसीज
2. बैक्टीरियल इंफेक्शन
3. डायबिटीज
4. डायरिया
5. किडनी की बीमारी
6. स्ट्रोक
7.लंग कैंसर
8. लो रिस्पॉयरेटरी डिसीजेस
9. नियोनेटल कंडीशन
10. क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज
दूसरे नंबर की बीमारी बन रही है मौत का कारण
इस लिस्ट में आपने देखा होगा दूसरे नंबर पर बैक्टीरियल इनफेक्शन का नाम है. ये एक ऐसा इंफेक्शन जो बैक्टीरिया संक्रमण की वजह से होता है इसलिए इसे बैक्टीरियल इन्फेक्शन कहते हैं. सुनने में बैक्टीरियल इंफेक्शन बिल्कुल सामान्य से बीमारी लगती है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह दुनिया भर में मौत का सबसे बड़ा और दूसरा कारण बन चुकी है. पहले नंबर पर हार्ट डिसीज और दूसरे नंबर पर इस बीमारी ने अपना कब्ज़ा जमा लिया है. दुनिया भर में होने वाली मौतों के आंकड़ों पर नजर डालें तो कुल मौत के आंकड़े को बढ़ाने में बैक्टीरिया संक्रमण दूसरे नंबर पर है. दुनियाभर में बैक्टीरिया की डेंजर स्ट्रेंथ पर किए गए एक आकलन के अनुसार साल 2019 में हर 8 में से एक मौत बैक्टीरिया इंफेक्शन की वजह से हुई.
किस प्रकार के बैक्टीरिया मौत के लिए जिम्मेदार ?
स्टेफिलोकोकस ऑरियस
इशरीकिया कोली
स्ट्रैपटोकोकस निमोनिया
क्लेबसिएला निमोनिया
स्यूडोमोनास एरुगिनोसा
एस ऑरियस एक जीवाणु है जो मानव त्वचा और नाक में आम है लेकिन कई बीमारियों का कारण भी है,.
कोलाई आमतौर पर फूड पॉयजनिंग का कारण बनता है.
इस संस्था ने की स्टडी
यह अध्ययन ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज के फ्रेमवर्क के तहत आयोजित किया गया था. बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने इसे स्पॉन्सर किया गया था जिसमें दुनिया भर के हजारों शोधकर्ता शामिल हुए थे.
ये है अलग अलग देशों की स्थिति
इस स्टडी के मुताबिक हाथ धोना इस इंफेक्शन से बचने का आसान रास्ता है. सब सहारा अफ्रीका में 1 लाख की आबादी में से 230 लोगों की मौत बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से हो जाती है. जबकि पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे अमीर देशों और इलाकों में एक लाख की आबादी में से 52 लोगों की मौत ही बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होती है. मौत के इन आंकड़ों को कम करने के लिए और अधिक रिसर्च के साथ ही पिछड़े इलाकों में वैक्सीन के लिए निवेश की जरूरत है.
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