न्यूयॉर्क: बेरियाट्रिक सर्जरी (पेट की सर्जरी) करवाने वाले किशोरों में हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है. एक नए शोध में यह दावा किया गया है.


क्या कहती है रिसर्च-
शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि बेरियाट्रिक या वजन घटाने की सर्जनी अगर किशोरावस्था में ही करा ली जाती है, तो यह जीवन में बाद में भी इररेगुलर ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म, हार्ट अटैक और स्ट्रोक के विकास और प्रगति को कम करके लाभ प्रदान कर सकती है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
अमेरिका के ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज के प्रोफेसर मार्क पी. मिचलस्की ने बताया कि इस बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद किशोरावस्था में हार्ट डिजीज के जोखिम कारकों में परिवर्तन के पूर्वानुमान को लेकर पहली बार बड़े पैमाने पर किया गया विश्लेषण है.


कैसे की गई रिसर्च-
यह शोध ऑनलाइन जर्नल पेडियाट्रिक्स में प्रकाशित किया गया है. यह अध्ययन 242 किशोर/किशोरियों पर किया गया, जिन्हें जांच में हार्ट डिजीज होने की संभावना पाई गई थी.


रिसर्च के नतीजे-
शोध में पाया गया कि बेरियाट्रिक सर्जरी से पहले 33 फीसदी प्रतिभागियों में तीन या उससे ज्यादा तरह के हार्ट डिजीज होने का खतरा था.


बेरियाट्रिक सर्जरी से न सिर्फ वजन में कमी आती है, बल्कि किशोरों के बीच डायस्लिपेडेमिया का जोखिम भी कम हो जाता है, जो ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का असामान्य रूप से बढ़ा स्तर होने के कारण होता है.


ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.