दिवाली से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत 5502 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं, रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत फार्मास्यूटिकल्स विभाग के तहत 5187 करोड़ रुपये, श्रम और रोजगार मंत्रालय के तहत ईएसआईसी के तहत 1641 करोड़ रुपये और आयुष मंत्रालय के तहत 525.14 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.
स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार
प्रधानमंत्री ने एबी-पीएमजेएवाई के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों के लिए स्वास्थ्य कवरेज का विस्तार किया, जिसकी लागत 3437 करोड़ रुपये है. अब देश के हर वरिष्ठ नागरिक को 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के आयुष वाया वंदना कार्ड के माध्यम से निशुल्क उपचार मिलेगा.
स्वास्थ्य की दिशा में नए कदम
प्रधानमंत्री ने रोगनिरोधी देखभाल और सुलभता पर केंद्रित व्यापक पांच-स्तंभ स्वास्थ्य नीति का अनावरण किया. उन्होंने बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए 75 हजार नए एमबीबीएस और एमडी सीटें जोड़ने की प्रतिबद्धता दोहराई.
परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में भारत के पहले ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद के दूसरे चरण, ओडिशा के भुवनेश्वर में केंद्रीय ड्रग्स टेस्टिंग लैबोरेटरी, मध्य प्रदेश में तीन सरकारी मेडिकल कॉलेज, मेडिकल डिवाइस और दवाओं के लिए पीएलआई योजना के तहत पांच परियोजनाओं, आयुष के चार केंद्रों और विभिन्न एम्स में कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने इंदौर में ईएसआईसी अस्पताल का भी उद्घाटन किया.
नई परियोजनाएं
प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में पांच नर्सिंग कॉलेज, पांच राज्यों में पीएम-एबीएचआईएम के तहत 21 क्रिटिकल केयर ब्लॉक, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में दो योग और नेचुरोपैथी संस्थान, एम्स नई दिल्ली और बिलासपुर में उन्नयन परियोजनाओं, पांच राज्यों में 06 ईएसआई अस्पताल और चार राज्यों में निपर्स में चार केंद्रों की उत्कृष्टता का शिलान्यास किया.
डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं
प्रधानमंत्री ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए टीकाकरण सेवाओं के डिजिटलीकरण के लिए यू-विन पोर्टल लॉन्च किया, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ेगी.
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