Heart Scan: हाल फिलहाल में ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं, जिनमें फिटनेस फ्रीक लोगों की हार्ट अटैक कारण मौत हो गई. पिछले साल मशहूर स्टैंडअप कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव की हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई थी. जबकि इससे पहले टेलीविजन इंडस्ट्री के सबसे फिटेस्ट एक्टर माने जाने वाले सिद्धार्थ शुक्ला ने इसकी वजह से अपनी जान गंवा दी थी. ये कोई एक दो मामले नहीं है. बल्कि कई लोगों के जिम ज्वाइन करने के बाद कार्डियक अरेस्ट होने के मामले सामने आए हैं. कई हस्तियां और युवा एथलीट जो हमेशा अपने फैंस के लिए फिटनेस का मॉडल हुआ करते थे, उनकी एक्सरसाइज के दौरान हार्ट अटैक की वजह से एकाएक मौत हो गई.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे के एशियन हॉस्पिटल में डॉ. प्रतीक चौधरी ने लोगों को जिम ज्वाइन करने से पहले हार्ट स्कैन करवाने की सलाह दी. वह कहते हैं कि किसी ऐसे व्यक्ति को, जिसने कभी एक्सरसाइज नहीं की या आमतौर पर लाइट वर्कआउट किया है तो उसे कार्डियक टेस्ट कराने की कोई जरूरत नहीं होती है. इस वर्कआउट में वॉकिंग और तैरना जैसी फिजिकल एक्टिविटीज़ शामिल हैं. एक्सरसाइज के दौरान दिल का दौरा पड़ना आमतौर पर धमनियों में कैल्सीफाइड प्लाक के क्रमागत निर्माण के कारण होता है. ये बढ़ सकता है और कोरोनरी धमनियों को संकरा बना सकता है. जिसकी वजह से हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है. क्योंकि फिजिकल एक्टिविटीज़ करने से दिल पर ज्यादा दबाव पड़ सकता है.
किन्हें कराना चाहिए हार्ट स्कैन?
हालांकि अगर आपके परिवार में दिल से जुड़ी बीमारियों की हिस्ट्री है तो हार्ट स्कैन करवाना हमेशा बेहतर माना जाता है, फिर भले ही आप जिम ज्वाइन न कर रहे हों. डॉ. चौधरी ने सलाह दी है कि परिवार में 30-35 साल की उम्र तक दिल से जुड़े रोग के इतिहास वाले लोगों को हार्ट का स्कैन जरूर करवाना चाहिए. डॉ चौधरी ने कहा कि अगर आपकी फैमिली में ब्लड शुगर लेवल और वक्त से पहले दिल से जुड़ी बीमारी के मामले हैं, तो उन मामलों में लोगों को कोई कार्डियक टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है. लेकिन अगर आप हाई इंटेंसिटी वर्कआउट, हैवी वेट या कॉम्पिटिटिव स्पोर्ट्स करना चाहते हैं तो कुछ टेस्ट हैं, जिन्हें ECG, इको और TMT (ट्रेडमिल टेस्ट) सहित किया जाना चाहिए.
ये टेस्ट आपके हार्ट फिटनेस के बारे में बताएंगे. इसके अलावा, ब्लड शुगर लेवल का इवैल्यूएशन, कोलेस्ट्रॉल या लिपिड प्रोफाइल किया जाना चाहिए, भले ही फिर आप जिम जाने की प्लानिंग न कर रहे हों. कोई भी भारी एक्सरसाइज शुरू करने से पहले लोग कोरोनरी कैल्शियम स्कैन या हार्ट स्कैन करा सकते हैं, जो धमनियों में कैल्शियम युक्त प्लाक को मापने में सहायक है. ये हृदय रोग के किसी भी खतरे के बारे में भी जानकारी दे सकता है.
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