Pregnancy me Gajar Khane ke Fayde: एक नए अध्ययन में पहली बार पता चला है कि गर्भावस्था के दौरान आप जो खाना खाती हैं, आपका शिशु वास्तव में चेहरे के हाव-भाव से प्रतिक्रिया करता है. जी हां प्रेग्नेंट महिलाओं के 4डी अल्ट्रासाउंड स्कैन में पाया गया कि कैसे उनके बच्चे गाजर के लिए हंसता हुआ चेहरा यानि प्रतिक्रियाएं दीं है. शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि गर्भवती महिलाएं अपने बच्चों की स्वाद वरीयताओं को प्रभावित कर सकती हैं और बच्चे के जन्म से पहले ही स्वस्थ खाने की आदतें बनाने में सफल हो सकती हैं.


अध्ययन में हुआ ये खुलासा


इस अध्ययन के लिए 32 और 36 सप्ताह की गर्भावस्था के बाद 18 से 40 वर्ष की 100 गर्भवती महिलाओं का स्कैन किया गया. उन्हें लगभग 400 मिलीग्राम गाजर या केल पाउडर युक्त एक कैप्सूल दिया गया, जिसका उन्होंने स्कैन से लगभग 20 मिनट पहले सेवन किया. गर्भवती महिलाओं द्वारा गाजर और केल फ्लेवर कैप्सूल लेने के तुरंत बाद विशेषज्ञों ने भ्रूण की प्रतिक्रियाओं को रिकॉर्ड किया. अजन्मे शिशुओं के चेहरे की प्रतिक्रिया दोनों स्वाद समूहों में केवल थोड़ी मात्रा में गाजर या केल के स्वाद से देखी गई. 


ये प्रतिक्रियाएं कैसे संभव हो सकती हैं


लोग स्वाद और गंध दोनों के संयोजन के माध्यम से स्वाद का अनुभव करते हैं. भ्रूण के मामले में, स्वाद की भावना को गर्भ में एमनियोटिक द्रव को अंदर लेने और निगलने के माध्यम से अनुभव किया जा सकता है. अध्ययन के सह-लेखक प्रोफेसर नादजा रीसलैंड ने कहा इस नवीनतम अध्ययन में भ्रूण की क्षमताओं के शुरुआती साक्ष्य को समझने और उनकी मां द्वारा खाए गए खाद्य पदार्थों से विभिन्न स्वादों और गंधों को समझने के लिए महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकते हैं. 


ये निष्कर्ष कैसे मदद करते हैं


शोध का नेतृत्व करने वाले पोस्टग्रेजुएट बेजा उस्तुन ने कहा, "हमारा अध्ययन जन्म से पहले इन प्रतिक्रियाओं को देखने वाला पहला है. हमें लगता है कि जन्म से पहले बार-बार जायके के संपर्क में आने से जन्म के बाद की खाद्य वरीयताओं को स्थापित करने में मदद मिल सकती है जो कि स्वस्थ खाने के बारे में संदेश देने और वीनिंग के दौरान 'फूड-फ्यूसनेस' से बचने की क्षमता के बारे में सोचने पर महत्वपूर्ण हो सकती है. निष्कर्ष मनुष्यों में स्वाद और गंध रिसेप्टर्स कैसे विकसित होते हैं, इस पर आगे के शोध में सहायता कर सकते हैं. गर्भावस्था के दौरान मां क्या खाती है, यह जन्म के बाद बच्चे के स्वाद को प्रभावित कर सकता है, इसलिए आप उनके जन्म से पहले ही फल और सब्जियों के लिए उनकी पसंद को बढ़ावा दे सकते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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