हाई यूरिक एसिड की समस्या बहुत लोगों को परेशान करती है. जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह पथरी बना सकता है और हड्डियों में गैप पैदा कर सकता है. इससे सूजन और दर्द होता है, जो बेहद तकलीफदेह हो सकता है. इसके कारण गाउट (Gout) की समस्या भी बढ़ सकती है, जिससे जोड़ों में तेज दर्द और सूजन होती है.ऐसे में लहसुन-पुदीने की चटनी खाना बहुत फायदेमंद हो सकता है. यह चटनी प्यूरिन को पचाने में मदद करती है और गाउट के दर्द को कम करती है. आइए जानते हैं इसके फायदे और इसे बनाने की आसान विधि. 


लहसुन-पुदीने की चटनी के फायदे
सूजन और दर्द में आराम
लहसुन और पुदीना दोनों में सूजन कम करने वाले गुण होते हैं. लहसुन सूजन और दर्द को कम करता है जबकि पुदीना दर्द से राहत दिलाता है. इन दोनों से बनी चटनी हड्डियों के दर्द और जलन को कम करती है, जिससे गाउट की समस्या में आराम मिलता है. 


प्यूरिन पचाने में मददगार
लहसुन-पुदीने की चटनी प्यूरिन पचाने की गति को बढ़ाती है.  यह प्रोटीन के पाचन को भी तेज करती है. पुदीना शरीर में हाइड्रेशन बनाए रखता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है. इस तरह यह चटनी पाचन को सुधारती है और यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में सहायक होती है. 


लहसुन-पुदीने की चटनी बनाने की विधि
सामग्री:



  • पुदीने की ताजी पत्तियां

  • लहसुन की 4-5 कलियां

  • 1 हरी मिर्च

  • 1 चम्मच सरसों का तेल

  • स्वादानुसार नमक


बनाने की विधि 



  • सबसे पहले पुदीने की पत्तियों को धो लें.

  • लहसुन की कलियों को छीलकर पुदीने की पत्तियों के साथ मिला लें.

  • हरी मिर्च को भी इसमें डालें और सभी चीजों को मिलाकर पीस लें. 

  • अब इसमें सरसों का तेल और नमक मिलाएं.

  • सभी सामग्री को अच्छे से मिलाकर चटनी तैयार करें. 


चटनी खाने के फायदे
रोजाना लहसुन-पुदीने की चटनी खाने से हाई यूरिक एसिड के मरीजों को बहुत आराम मिलता है. यह चटनी न सिर्फ गाउट के दर्द को कम करती है बल्कि पाचन को भी सुधारती है. इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन और दर्द को कम करते हैं और शरीर को हाइड्रेट रखते हैं. इस चटनी को खाने से यूरिक एसिड के स्तर में भी कमी आ सकती है. 


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