(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mint Chutney: मॉनसून में प्याज के पकौड़े संग जरूर खाएं पुदीना चटनी, जानें वजह
Pudina chutney: नाश्ते से लेकर रात के खाने तक, आपका जब भी मन हो आप पुदीना चटनी (Mint Chutney) खा सकते हैं. मॉनसून (monsoon) में पकौड़े के साथ पुदीना चटनी क्यों खानी चाहिए इस बारे में यहां बताया गया है.
Mint leaves benefits: बारिश यानी पकौड़े...हम सभी इस सोच और स्वाद के साथ बड़े हुए हैं. जैसे ही झूमकर बादल बरसना शुरू करते हैं, वैसे ही हमारा मन पकौड़े (Pakora) खाने के लिए मचलने लगता है. पकौड़े आमतौर पर प्याज-आलू और बेसन को मिलाकर तैयार किए जाते हैं. तीखे स्वाद (pungent taste) के लिए इनके घोल (Batter) में हरी मिर्च काटकर मिलाई जाती है. जबकि कुछ लोग लाल मिर्च पाउडर का भी उपयोग करते हैं. ये तो हुई पकौड़ों की बात.
लेकिन मॉनसून का तो पूरा सीजन ही बारिश का होता है...ऐसे में आय दिन चाय-पकौड़े का दौर चलता रहता है. स्वाद और मस्ती के लिए ऐसा करना अच्छा है लेकिन उस एसिडिटी का क्या, जो चाय-पकौड़े खाने के बाद आपको परेशान करती है? किसी को पेट में जलन (Acidity) होती है तो किसी को सीने पर जलन (Heartburn) की समस्या. अगर आप चाहते हैं कि पूरे मॉनसून आप जब चाहे पकौड़े खाने का लुत्फ उठाएं और जलन या पाचन संबंधी कोई समस्या भी ना हो तो आपको प्याज और आलू के पकौड़ों का सेवन पुदीना चटनी के साथ करना चाहिए. ऐसा करने के क्या फायदे हैं, यहां जानें...
मॉनसून के सीजन में पकौड़े खाना पाचनतंत्र के लिए थोड़ा भारी होता है. क्योंकि इन पकौड़ों में उपयोग किया गया बेसन पचाने में काफी समय लगता है. साथ में आलू में क्षार की अधिकता के कारण यह भी बारिश के दिनों में पाचन के लिहाज से अच्छा नहीं होता है. इसलिए पाचन को बूस्ट करने के लिए पुदीना चाटनी के साथ पकौड़े खाना अच्छा होता है.
पुदीना पत्तियों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं. यानी ऐसे केमिकल कंपाउंड्स जो प्लांट द्वारा ही अपनी सुरक्षा के लिए जनरेट किए जाते हैं. ये प्लांट पर होने वाले बैक्टीरिया, फंगस और कीटों इत्यादि का नाश करते हैं. जबकि बारिश के मौसम में ज्यादातर फल, सब्जियां इन बैक्टीरिया, फंगी और कीटों की एप्रोच में होती हैं. इसलिए पुदीना चटनी का नियमित सेवन करने से पेट संबंधी इंफेक्शन नहीं होते हैं.
सिर दर्द की समस्या मॉनसून में अधिक परेशान कर सकती है. ऐसा उन लोगों को अधिक होता है, जिन्हें गैस की समस्या रहती है या फिर माइग्रेन की समस्या हो. क्योंकि वातावरण में मौजूद उमस सिर दर्द के कारणों को ट्रिगर करती है. ऐसे में हर दिन पुदीना चटनी खाने से लाभ होता है. क्योंकि पुदीना पत्तियों में मौजूद मेंथॉल (Menthol)मसल्स को रिलैक्स करने का काम करता है. साथ ही शरीर में वायु (Gas) को नहीं बढ़ने देता है. इस कारण सिर दर्द की समस्या नियंत्रित रहती है.
पुदीना चटनी कैसे बनाएं?
हरी मिर्च, कच्ची प्याज, जीरा और थोड़ा-सा हरा धनिया, इन्हें एक साथ पीसकर पुदीना चटनी तैयार करें. कच्चे लहसुन का स्वाद पसंद हो तो एक-दो कलियां इसमें मिला सकते हैं. स्वादानुसार नमक मिलाएं. आपके लिए स्वादिष्ट पुदीना चटनी बनकर तैयार है. अब इसे पकौड़े, पराठे या भोजन के साथ सर्व करें और स्वाद-सेहत एक साथ पाएं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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