Best Food in The World: उम्र के हर दौर में खाने चाहिए ये दो सुपर फूड्स, आयुर्वेद मानता है इन्हें संपूर्ण आहार
Complete Food: जिन दो संपूर्ण आहार के बारे में आपको यहां बताया जा रहा है, वे शरीर की पोषण (Nourishment) संबंधी ज्यादातर जरूरतों को पूरा करते हैं. इसलिए आयुर्वेद में इन्हें संपूर्ण आहार कहा जाता है.
Complete diet: हम ये बिल्कुल नहीं चाहते कि आप खाना खाने से जी चुराने लगें, क्योंकि आपको ऐसे दो सुपर फूड्स (Super foods) के बारे में पता चल गया है, जिन्हें आयुर्वेद में संपूर्ण आहार होने की उपाधि मिली हुई है (Complete food in ayurveda). आप सोचें कि अब खाना बनाने और खाने की क्या ही झंझट पाली जाए, अक्सर इन्हीं फूड्स के जरिए बॉडी को नरिश (Body nurishment) कर लेते हैं... नहीं आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना है! इन फूड्स के बारे में जानकारी होना और इनका सेवन करना इसलिए जरूरी है ताकि आपकी डेली डायट (Daily diet) में न्यूट्रिशन की जो कमी रह गई हो, उसे पूरा किया जा सके.
किन्हें कहा जाता है संपूर्ण आहार?
आयुर्वेद में जिन दो फूड्स को संपूर्ण आहार कहा जाता है, ये हैं...
- शहद (Honey)
- दूध (Milk)
आपको याद होगा घर में छोटे बच्चों को शहद चटाने की पारंपरा हमारे घरों में हैं. जब कोई व्यक्ति लंबे समय से उपवास कर रहा होता है और फिर भोजन की शुरुआत करता है तो उसे एकदम से खाना नहीं दिया जाता. बल्कि पहले शहद चटाया जाता है. आपको मणिपुर की आयरन लेडी के नाम से मशहूर इरोम चानू शर्मिला (Irom Chanu Sharmila (इरोम चानू शर्मिला) का 16 साल तक चला अनशन याद होगा. इन्होंने जब 2021 में अनशन खत्म किया तो दुनियाभर की मीडिया के सामने सबसे पहले शहद ही चाटा था. इसके पीछे की मेडिकल वजह यह थी कि इतने साल से कुछ भी ना खाने के कारण उनके शारीरिक अंगों को भोजन पाचन और रासायनिक क्रियाओं की आदत नहीं रही है, इसलिए सबसे पहले शहद चाटकर इन्हें फंक्शन में लाया जाना जरूरी था.
क्यों कहते हैं शहद और दूध को संपूर्ण आहार?
अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर दूध और शहद में ऐसे कौन-से गुण हैं, जो इन्हें संपूर्ण आहार कहा जाता है? तो आइए, अब इसी बारे में जानते हैं...
- सबसे पहले दूध की बात करते हैं. दूध में 9 ऐसे असेंशिल न्यूट्रिऐंट्स होते हैं, जो शरीर की संपूर्ण सेहत को बनाए रख सकते हैं. दूध शरीर के हर अंग को उसकी आवश्यकता के अनुसार ऊर्जा देने की क्षमता रखता है. नैशनल डेयर काउंसिल (National Council) की ओर से इन तथ्यों को साझा किया गया है. इनके अनुसार दूध में, कैल्शियम के अतिरिक्त, प्रोटीन, विटामिन-बी2 जिसे रिबोफ्लेविन नाम से भी जाना जाता है, विटामिन-बी12, विटामिन-ए, विटामिन-डी पोटैशियम, फॉस्फोरस, नियासिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं.
अब बात करते हैं शहद की
- शहद प्रकृति द्वारा दी गई एक रेडी-टुड-इट मिठाई है. स्वाद के साथ ही यह कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इतना मीठा होने के बाद शहद फैट नहीं बढ़ाता. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, शहद में फैट और प्रोटीन नहीं होता है. बल्कि यह ऐंटिऑक्सिडेंट्स का खजाना होता है.
- शहद तुरंत एनर्जी देने का काम करता है और यदि इसे हर दिन सही तरह से खाया जाए तो हार्ट स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा भी कम होता है. लेकिन शहद को कभी गर्म पानी या तेज गर्म दूध के साथ या किसी भी गर्म भोजन के साथ नहीं खाना चाहिए. नहीं लाभ की जगह हानि उठानी पड़ जाएगी.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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