नई दिल्लीः अक्सर देखा गया है कि ऑफिस और अन्य कामों की भागदौड़ के चलते लोग ताजा खाना नहीं खा पाते. कुछ लोग समय की कमी के कारण फ्रूट्स, सलाद, सब्जियां कई घंटों पहले या रात में ही काट कर रख देते हैं. जबकि कुछ लोग रात में ही आटा गूंथकर रख देते हैं और सुबह उठते ही उसका खाना बनाकर ऑफिस ले जाते हैं. कुछ लोग सुबह-सुबह ही रातभर का खाना बनवा लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं ये सभी हैबिट्स आपको कितना नुकसान पहुंचा रही हैं. जी हां, इस बारे में एबीपी न्यूज़ ने डायटिशियन डॉ. अर्चना गुप्ता से बात की. जानिए क्या सुझाव है इनके.


क्या होता है नुकसान-




  • कटे हुए फल और सब्जियां का हवा के संपर्क में आने से इनमें मौजूद विटामिंस और मिनरल्स खत्म हो जाते हैं. कुछ न्यूट्रिशंस बिल्कुल खत्म हो जाते हैं तो कुछ कम हो जाते हैं. फ्रीज में रखते ही इन फूड्स की एंजाइम एक्टिविटी खत्म हो जाती है.

  • फूड्स का ऑरिजनल टेस्ट खत्म हो जाता है. ऐसे में आपको बहुत ही कम मात्रा में ताजे फल और सब्जियां लाकर उन्हें साफ पानी से अच्छी तरह धोकर तुरंत काटकर खाना चाहिए. अगर आप कटे हुए फल और सब्जियां खाकर ये सोच रहे हैं कि आप बहुत न्यूट्रिशन ले रहे हैं तो आप गलत सोच रहे हैं.

  • जूस भी बाहर के और पैक्ड इसलिए मना किए जाते हैं क्योंकि इनमें फाइबर कंटेट कम हो जाता है. ठीक इसी तरह से कटे हुए फल और सब्जियों के साथ होता है.

  • डॉ. अर्चना यही सलाह देती हैं कि कुछ भी रॉ मैटिरियल जो आप खाने वाले हैं उसे बहुत देर पहले काटकर बिल्कुल ना रखें.


क्या होती है बीमारियां-




  • बासी फल और सब्जियां या कोई भी फूड खाने से गर्मियों में लूज मोशन की शिकायत हो जाती है.

  • गैस्ट्रिक प्रॉब्लम होने लगती है. फूड प्वॉइजनिंग तक हो जाती है.

  • फूड से एंजाइम एक्टिविटी खत्म होते ही ये डायजेस्टिव सिस्टम पर डायरेक्ट इफेक्ट करती है. इसी वजह से पीलिया टायफायड और वायरल की समस्या‍ बहुत देखने को मिल रही है. लोग सोचते हैं कि वे बीमार कैसे पड़ गए उन्होंने तो बाहर का कुछ भी नहीं खाया,

  • दूध का उदाहरण देते हुए डॉ. अर्चना कहती हैं कि वो तो पॉश्चराइज मिल्क है तब भी उस पर लिखा होता है कि वो दो ही दिन चलेगा. ऐसे में फूड का आप अंदाजा लगा सकते हैं कितना जल्दी खराब हो जाता है.

  • ऑयल को भी बार-बार इस्तेमाल ना करें. इससे ऑक्सीडेशन हो जाता है. इससे आपको हार्ट की प्रॉब्लम, हाई कॉलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम हो सकती है. मेटाबॉलिक सिंड्रोम, पीसीओडी ये सभी दिक्क‍तें हो सकती हैं.

  • कुछ लोग बाहर से ऑर्डर करते हैं तो उसे भी दो टाइम खाने की कोशिश करते हैं. ऐसा करना बीमारियों को दावत देना है. गर्मियों में तो बाहर का खाना वैसे भी एवॉइड करना चाहिए. इससे लाइफस्टाइल डिजीज बढ़ सकती हैं.


डॉ. का कहना है कि वैसे तो कटे हुए फल, सब्जियां और सलाद नहीं खाने चाहिए क्योंकि ताजे फल और सब्जियों में जो न्यूट्रिशंस होते हैं वे कटे हुए फल-सब्जियों में खत्म हो जाते हैं. लेकिन फिर भी आपको मजबूरी में ठंडा खाना, कटे हुए फल, सब्जियां, सलाद या फिर घंटों तक गूंथे हुए आटे का इस्तेमाल करना पड़ता है तो उसके लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.


कैसे लंबे समय तक फूड को रखें फ्रेश-




  • कई बार फ्रूट्स आपको काटकर रखना पड़ता है तो इन्हें आपको एयर टाइट में रखना चाहिए.

  • कुछ भी काट कर रखें तो उसे तुरंत एयर टाइट में बंद करके रखें. कुछ लोग जितना चाहिए होता है उतना फूड लेकर बाकी खुला छोड़ देते हैं और जाते समय फ्रीज में रखते हैं. इससे फूड में एंजाइम्स खत्म हो जाते हैं और एयर टाइट या फ्रीज में रखने का फायदा नहीं रहता और ये लॉन्ग टर्म तक फ्रेश नहीं रह पाते.

  • जितना फूड इस्तेमाल करना हो उतना ही फ्रीज से निकालें.

  • बार-बार फूड को गर्म करने से वो खराब हो जाता है.

  • 24 घंटे से अधिक कोई भी फूड ना चलाएं. फिर चाहे वो फ्रूट्स हो, गूंथा हुआ आटा हो या वेजिटेबल्स हो.

  • अगर आप बासी फूड ऑफिस लेकर भी जा रहे हो तो उसे घंटों तक धूप में लेकर ना घूमे. बल्कि ठंडी जगह पर रख दें ताकि आपके लंच टाइम तक फूड ठीक रहे.

  • अगर आप सुबह खाना बनवा कर रहे हैं और आपको उसे रात तक चलाना है तो एयर टाइट कंटेनर में डालकर डीप फ्रीज में रख दें. इससे फूड ठीक रहेगा.

  • एयर टाइट कंटेनर अच्छी क्वालिटी के लें. अन्यथा इससे भी आपका फूड जल्दी खराब हो सकता है.


इन टिप्स को अपनाकर आप भी गर्मियों में अपने फूड को लंबे समय तक फ्रेश रख सकते हैं.  


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.