आपको बता दें, एक न्यूजपेपर में आसिफ की खबर छपने के बाद शिवराजसिंह चौहान ने ये ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि ‘नन्हें आसिफ की त्वरित जाँच और समुचित इलाज की व्यवस्था के कलेक्टर को निर्देश दे दिये हैं. सम्पूर्ण व्यय सरकार वहन करेगी.’ अब आसिफ का जल्द ही अच्छी तरह से इलाज होगा.
इलाज के लिए मांग रहे हैं मदद-
खबर के मुताबिक, भोपाल के एक हॉस्पिटल में 2 वर्षीय आसिफ जिंदगी की अंतिम सांसें गिन रहा है. इस बच्चे के इलाज के लिए परिवार वाले पाई-पाई लगा चुके हैं. अब उनके पास बच्चे के इलाज के लिए पैसे नहीं हैं. वे लोगों से इलाज के लिए मदद मांग रहे हैं.
टेस्ट में खर्चा है हजारों का-
दरअसल, आसिफ को सरकारी अस्पाताल से कैंसर हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया. जहां पर डॉक्टर्स ने आसिफ के पिता को खुद से बच्चे के टेस्ट करवाने के लिए कहा है. इन टेस्ट का खर्चा तकरीबन 20 हजार रूपए तक है. आसिफ के पिता फलों का ठेला लगाते हैं. ऐसे में इतने महंगे टेस्ट करवाने के लिए उनके पास रूपए नहीं है.
6 महीने पहले पता चला कैंसर के बारे में-
आसिफ को लिवर की समस्याओं के साथ ही लंग इंफेक्शन भी है. अक्सर बीमार रहने वाले आसिफ का इलाज कमला नेहरू हॉस्पिटल में चल रहा था. 6 महीने पहले कई टेस्ट करवाने के बाद पता चला कि आसिफ को लिवर कैंसर है. इसका इलाज किया गया लेकिन बच्चे की हालत में सुधार नहीं आया. फरवरी में बच्चे को कैंसर हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया. इसी बीच बच्चे को पीलिया और लंग इंफेक्शन भी हो गया. अब आगे इलाज के लिए कुछ टेस्ट करवाए जाने हैं.