Bird Flu In Cambodia: कोरोना वायरस का कहर जैसे तैसे थम रहा है. लेकिन अन्य वायरस लोगों की जान के लिए अभी भी गंभीर संकट बने हुए हैं. एच5एन1 वायरस से होने वाला बर्ड फ्लू आमतौर पर हयूमन को अपनी चपेट में बेहद कम लेता है. लेकिन कंबोडिया में इससे उलट एक गंभीर सामने मामला सामेन आया है. कंबोडिया के प्री वेंग प्रांत की युवा लड़की की H5N1 वायरस बर्ड फ्लू के संक्रमण से हो गई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्री, मैम बुन्हेंग ने कहा है कि 2014 के बाद से एच5एन1 स्ट्रेन वाला पहले ऐसे किसी मामले की पुष्टि मनुष्य में हुई है. देश के विभिन्न राज्यों में इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
क्या हुई थी परेशानी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 16 फरवरी को 11 साल की बच्ची को तेज बुखार, खांसी और गले में दर्द हुआ था. बुधवार को उसकी हालत गंभीर रूप से बिगड़ गई. उसे इलाज के लिए नोम पेन्ह में राष्ट्रीय बच्चों के अस्पताल भेज दिया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. लड़की के ब्लड सैंपल में H5N1 वायरस होेन की पुष्टि हुई है.
इंसान इस तरह होता है संक्रमित
यूएस सीडीसी के अनुसार, एवियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लू का मनुष्यों में संक्रमण एक रेयर मामला है. हालांकि मनुष्यों में संक्रमण तब हो सकता है जब वायरस किसी व्यक्ति की आंखों, नाक या मुंह में जाता है, या सांस लेने पर प्रवेश कर सकता है. यदि अन्य बीमारी के होने से इम्यून सिस्टम कमजोर है, तब भी H5N1 अटैक कर सकता है. संक्रमित सरपफेस को छूने के बाद यदि कोई व्यक्ति नाक, मुंह, आंख छूता है. तब भी इस वायरस के फैलने का खतरा रहता है.
बर्ड फ्लू के लक्षण जानिए
अन्य वायरस की तरह बर्ड फ्लू भी लक्षण शो करता है. इनमें तेज बुखार आना, मसल्स पेन होना, खांसी अधिक होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, बहुत तेज सिर दर्द, आंख लाल हो जाना, दस्त होना, जी मिचलाना, उल्टी होना और गले में सूजन जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं.
क्या हैं बचाव
बर्ड फ्लू आमतौर पर मुर्गियों को ही होता है. लोग चिकन मीट खाना पसंद करते हैं. इसलिए बर्ड फ्लू जैसी कोई भी संभावना होने पर व्यक्ति को संक्रमित एरिया में रह रहे पक्षियों से दूर हो जाना चाहिए. प्रभावित एरिया में नॉनवेज को डाइट में बिल्कुल शामिल न करें. नॉनवेज खरीदते वक्त साफ सफाई रखें. मास्क पहनकर बाहर निकलें.
क्या इलाज भी है?
H5N1 से संक्रमित होते ही डॉक्टर तुरंत एंटीवायरल दवाओं से पेशेंट का इलाज शुरू कर देते हैं. कई बार मरीज इन अवाओं से ठीक हो जाता है. डॉक्टर ऐसे मरीज को अधिक से अधिक आराम करने की सलाह देते हैं. हेल्दी व लिक्विड डाइट लेने की सलाह दी जाती है.
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