Diseases in America : अमेरिका के लोग इन दिनों एक साथ तीन-तीन बीमारियों से जूझ रहे हैं. कई अस्पतालों में तो बच्चों के वार्ड और इमरजेंसी रूम भी कम पड़ रहे हैं. अचानक से आईं इन बीमारियों से हेल्थ सिस्टम पर असर पड़ रहा है. पूरे देश में डर का माहौल भी बन रहा है. इन बीमारियों में बर्ड फ्लू, रैबिट फीवर और रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) का खतरा है.सर्दी के मौसम में इनमें से कुछ बीमारियां आम हो जाती हैं. कमजोर इम्यूनिटी वाले इसका शिकार बन रहे हैं. आइए जानते हैं इन तीनों बीमारियों में से सबसे खतरनाक कौन सी हैं...


बर्ड फ्लू (Bird Flu)
पिछले कुछ समय से बर्ड फ्लू (H5N1 Virus) का बढ़ता खतरा अमेरिका के लिए चिंता का विषय बन गया है. यूएस में इस वायरस से इंसानों से संक्रमित होने के मामले भी बढ़ रहे हैं. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के अनुसार, लुइसियाना में एक शख्स की इस वायरस से मौत भी हो चुकी है. इस वायरस से इंसानों की मौत की यह पहली घटना है.


सीडीसी का कहना है कि यूएस में अब तक इंसानों में H5N1 वायरस के अब तक 66 केस आ चुके हैं. बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहते हैं. यह वायरल इंफेक्शन है, जो पक्षियों, गायों और कई जंगली जानवरों में भी फैलता है. कुछ जगहों पर इंसानों में भी फैलने के मामले मिले हैं.


बर्ड फ्लू के लक्षण


बुखार, खांसी, थकान
कंजक्टिवाइटिस
मांसपेशियों में दर्द
गला खराब होना
मतली, उल्टी और दस्त
बंद या बहती नाक
सांस लेने में तकलीफ


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रैबिट फीवर (Rabbit Fever)
अमेरिका में रैबिट फीवर भी लगातार बढ़ रहा है. सीडीसी के अनुसार, पिछले एक दशक में इसके मामले 50% से ज्यादा बढ़ चुके हैं. रैबिट फीवर को टुलारेमिया भी कहते हैं.  यह एक जूनोटिक डिजीज है, जो खरगोशों और अन्य जानवरों से इंसानों में आता है. यह बीमारी काफी ज्यादा गंभीर हो सकती है. इसमें बुखार, थकान और त्वचा पर घाव जैसे लक्षण नजर आते हैं. इंसानों में यह संक्रमण संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क में आनेसे हो सकता है. उनके काटने या संक्रमित मांस खाने या फिर संक्रमित मिट्टी-पानी के संपर्क में आने से होने का खतरा रहता है. रैबिट फीवर का अगर समय पर इलाज न किया जाए तो 60% मामलों में जानलेवा बन सकता है. इसका खतरा सबसे ज्यादा 5-9 साल के बच्चों, बुजुर्गों और आदिवासी लोगों में देखा गया है.


रैबिट फीवर के लक्षण


तेज बुखार
ठंड लगना: बुखार के साथ अक्सर ठंड लगना भी होता है।
थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, भूख न लगना
लिम्फ नोड्स में सूजन
त्वचा के घाव
गले में खराश, सूजन, दर्द
आंखों में जलन, सूजन और लालपन
सांस लेने में तकलीफ
दस्त और उल्टी


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रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (Respiratory Syncytial Virus)
फॉर्च्यून पत्रिका के अनुसार, अमेरिका में रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) और नोरोवायरस का कहर भी देखने को मिल रहा है. सर्दियों के मौसम में इस बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. RSV एक सामान्य वायरस है, जो बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वालों को जल्दी शिकार बनाता है. इसमें सांस का गंभीर इंफेक्शन हो सकता है.


इसके अलावा नोरोवायरस भी तेजीसे फैल रहा है. इसे पेट का वायरस भी कहते हैं. इसकी वजह से डाइजेशन सिस्टम प्रभावित होता है. उल्टी और दस्त होने लगते हैं.  स्कूलों, अस्पतालों में इसका खतरा ज्यादा रहता है और फैलने की आशंका भी अधिक होता है.



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.