(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Health Risks : कड़वा खीरा खाने से हो सकती है मौत, जानें क्या है इसकी वजह?
खीरा खाना हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है. लेकिन कड़वा खीरा खाना हेल्थ के लिए बेहद खतरनाक होता है. आइए जानते हैं यहां
भारतीय खाने में सलाद का खास महत्व होता है और उसमें खीरा जरूर शामिल किया जाता है. गर्मियों में खीरा खाने से ताजगी मिलती है और यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है. लेकिन कभी-कभी खीरा कड़वा होता है और जाने-अनजाने में हम इसे खा लेते हैं जो हमारे हेल्थ के लिए नुकसानदायक होता है. आज हम जानेंगे कि कड़वा खीरा खाने के किस स्थिति में इंसान की मौत हो जाती है. और हमें कैसे इससे बचना चाहिए.
खीरा कड़वा क्यों होता है
खीरे में कुकुरबिटासिन नाम का एक तत्व होता है, जो उसे कड़वा बनाता है. यह तत्व खीरे में प्राकृतिक रूप से होता है, लेकिन कुछ खास परिस्थितियों में इसका स्तर बढ़ सकता है. आइए जानें, कड़वे खीरे के कारण क्या होता है.
- पर्यावरणीय तनाव: बहुत ज्यादा गर्मी या सूखा होने पर खीरे में कुकुरबिटासिन की मात्रा बढ़ सकती है. इससे खीरा कड़वा हो जाता है.
- ज्यादा उर्वरक का उपयोग: यदि खीरे की खेती में ज्यादा उर्वरक का इस्तेमाल होता है, तो खीरे में यह कड़वा तत्व बढ़ सकता है.
- गलत प्रजाति का चयन: कुछ खीरे की प्रजातियां ऐसी होती हैं, जिनमें कुकुरबिटासिन की मात्रा अधिक होती है. ऐसे खीरे ज्यादा कड़वे होते हैं.
कड़वा खीरा खाने के नुकसान
- पेट में दर्द: कुकुरबिटासिन की वजह से पेट में तेज दर्द और ऐंठन हो सकती है. यह बहुत तकलीफदेह हो सकता है.
- उल्टी और दस्त: कड़वा खीरा खाने से उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जो हेल्थ के लिए हानिकारक है.
- तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव: अधिक मात्रा में कुकुरबिटासिन खाने से तंत्रिका तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है. इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
- मौत: बहुत ज्यादा मात्रा में कुकुरबिटासिन का सेवन करने से मौत भी हो सकती है. हालांकि, यह बहुत ही दुर्लभ मामलों में होता है, लेकिन यह संभव है.
कड़वे खीरे से कैसे बचें?
- स्वाद चखकर देखें: खीरे को खाने से पहले उसका थोड़ा सा हिस्सा काटकर चखें. अगर वह कड़वा है, तो उसे न खाएं.
- ताजे खीरे का उपयोग करें: हमेशा ताजे और अच्छे खीरे का ही उपयोग करें. पुराने खीरे में कुकुरबिटासिन की मात्रा बढ़ सकती है.
- उगाने के तरीके पर ध्यान दें: अगर आप खुद खीरा उगा रहे हैं, तो सही तरीके से उगाएं और उर्वरक का सही मात्रा में उपयोग करें.
- अच्छी प्रजाति चुनें: ऐसी प्रजाति के खीरे का चुनें, जिसमें कुकुरबिटासिन की मात्रा कम हो. इससे कड़वे खीरे का खतरा कम हो जाएगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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