(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Myths Vs Facts: डायबिटीज की बीमारी में करेला है फायदेमंद? जानिए इसके पीछे का लॉजिक
करेला शरीर के ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. ऐसा इसलिए हम कह रहे हैं कि क्योंकि इसमें ऐसे गुण होते हैं जो इंसुलिन की तरह काम करते हैं.
करेला शरीर के ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. ऐसा इसलिए हम कह रहे हैं कि क्योंकि इसमें ऐसे गुण होते हैं जो इंसुलिन की तरह काम करते हैं. साथ ही साथ यह शरीर को पूरे दिन एनर्जेटिक और ग्लूकोज लाने में मदद करते है.करेला खाने से आपकी कोशिकाओं को ग्लूकोज मिलता है. इससे लिवर, मांसपेशियों और फैट तक सही ढंग से पहुंचाती है. करेला प्रीडायबिटीज या मधुमेह के लिए कोई दवा नहीं है. इसके बावजूद कि यह ब्लड के शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है. दरअसल, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डायबिटीज लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है. अगर आप अपनी लाइफस्टाइल ठीक कर लेंगे तो आपकी डायबिटीज की बीमारी भी ठीक रहेगी. इसलिए इस बीमारी में खानपान का जरूर ध्यान रखें.
यदि पेशेंट डायबिटीज होने के बाद सही डाइट नहीं ले रहा है तो इससे बॉडी केे कई आर्गन पर निगेटिव इफेक्ट पड़ने लगता है. उनके डैमेज होने का खतरा बनने लगता है. डायबिटीज से बचाव में करेला बड़ी भूमिका निभाता है. ऐसे मेें शुगर पेशेंट करेले के जूस, सब्जी को डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं. अब करेला डायबिटीज में कैसे फायदे करता है. यही जानने की कोशिश करते हैं.
इस वजह से होती है डायबिटीज
जब शरीर के पैन्क्रियाज में इंसुलिन की कमी हो जाती है या फिर पैनक्रियाज इंसुलिन बनाना बिल्कुल ही बंद कर देता है. इंसुलिन का काम ब्लड में शर्करा के लेवल को नियंत्रण करना होता है. इसुलिन कम बनने से ब्लड में शर्करा यानि ग्लूकोज का लेवल बढ़ने लगता है. इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं. इन्सुलिन की बात करें, तो यह एक तरह का हार्माेन होता है. जो शरीर के भीतर पाचन ग्रंथि से बनता है. अब जानने की कोशिश करते हैं कि डायबिटीज नियंत्रण में करेले का क्या रोल है?
ये भी पढ़ें: Liposuction: क्या वेटलॉस के लिए लिपोसक्शन कराना सही है, जानिए रिस्क और साइड इफेक्ट्स
करेले में क्या गुण होता है?
करेला एंटीबायोटिक, एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है. इसके अलावा इसमें एंटी डायबिटिक्स गुण भी पाए जाते हैं. इसमें मौजूद चरनटीन ब्लड में ग्लूकोज लेवल कम करने का काम करता है. करेले में पॉलीपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन भी पाया जाता है. ये नेचुरली शुगर को नियंत्रित करने का काम करता है.
ये भी पढ़ें: क्या आप भी करते हैं हद से ज्यादा वर्कआउट? तो हो सकते हैं इस बीमारी के शिकार
ऐसे खा सकते हैं करेला
करेले का जूस भी बेहद लाभकारी माना जाता है. जूस बनाने के लिए ताज़े करेलों को छील लें. उसके बाद उसे छोटे पीस में काटकर आधे घंटे तक पानी में भिगोकर रखें. बाद में करेले को जूसर में डाल लें. इसमें थोड़ा नींबू का रस और आधा चम्मच नमक भी डाल दें. इसका सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा करेले की सब्जी भी बहुत फायदेमंद होती है. सब्जी की विशेष बात ये होती है कि ये कई दिनों तक खराब नहीं होती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीके और सुझाव प्रफेशनल्स द्वारा दिए गए इनपुट्स पर आधारित हैं. इन्हें अमल करने से पहले संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: गर्म चाय-कॉफी पीने से हो सकता है गले का कैंसर, नहीं विश्वास पढ़ लीजिए ये खबर
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )