मसूड़े आमतौर पर गुलाबी होते हैं. लेकिन कभी-कभी उन पर काले या गहरे भूरे रंग के धब्बे मसूड़े पर इंफेक्शन होते हैं. कई चीज़ें इसका कारण हो सकती हैं. उनमें से अधिकांश इंफेक्शन काफी खतरनाक नहीं हैं. हालांकि, कभी-कभी काले धब्बे अधिक गंभीर स्थिति का संकेत दे सकते हैं.अगर आपको ऐसी बीमारी से बचना है तो आपको मसूड़ों पर अगर हल्का सा भी धब्बे दिखने लगते हैं तो डॉक्टर से मिलें. मसूड़ा में दर्द हो और रंग बदलने लगे तो आपको डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए.
मसूड़े काले होने के कारण
जब शरीर में मेलानिन लेवल बढ़ने लगता है तो मसूड़े काले पड़ने लगते हैं. मेलानिन कि वजह स्किन का रंग बदल जाता है. जिन लोगों का स्किन सांवला होता है तो उनके मसूड़े का रंग हल्का काला पड़ने लगते है. यह नैचुरल तरीका है. अगर आपका रंग साफ होता है तो मसूड़े काले हो रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें. अगर आप कोई दवा खा रहे हैं तो इसके साइडइफेक्ट्स भी मसूड़ा पर धीरे-धीरे दिखने लगता है और उसका रंग काला पड़ने लगता है. स्ट्रेस, डिप्रेशन की दवाओं का सेवन करने वाले लोगों में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है.
अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस
अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस की बीमारी में मसूड़ों में गंभीर बीमारी हो जाती है और मसूड़े काले पड़ने लगते हैं. यह एक तरह का इंफेक्शन होता है. इसमें मसूड़ों में दर्द, दुर्गंध, मसूड़े से खून आना शामिल है. यह एक लाइलाज बीमारी है जिसमें टिश्यूज काफी ज्यादा प्रभावित होते हैं. और मसूड़ों का रंग काला हो जाता है.
स्मोकिंग करने से भी मसूड़े पर धब्बे होने लगते हैं
जो व्यक्ति ज्यादा स्मोकिंग करता है उसके भी मसूड़े काले पड़ने लगते हैं. सिगरेट में मौजूद हानिकारक तत्व मसूड़े को धीरे-धीरे खराब करने लगती है. धूम्रपान करने से सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है. धूम्रपान करने से मसूड़े पर इसके साइड इफेक्ट्स दिखने लगते है. उनमें फेफड़े का कैंसर, सांस संबंधित रोग, हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारियों का भी खतरा भी बढ़ जाता है. आपने अगर ध्यान दिया होगा तो आपको बता दें कि सिगरेट पीने से होंठ, दांत और मसूड़े पर धब्बे और काले रंग का नजर आने लगते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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