Blood Clotting: ब्लड क्लॉटिंग ले सकता है आपकी जान! ये लक्षण दिखें तो तुरंत कराएं चेकअप
ब्लड क्लॉटिंग शरीर के लिए फायदेमंद मानी जाती है लेकिन, अगर ये क्लॉटिंग शरीर के अंदर नसों में होने लग जाए तो ये घातक भी साबित हो सकती है. ब्लड क्लॉटिंग की वजह से ही हार्ट अटैक आता है.
Blood Clotting: खून का थक्का बनना या ब्लड क्लॉटिंग हमारे शरीर के लिए वैसे तो फायदेमंद है लेकिन, अगर ये क्लॉटिंग शरीर के अंदर नसों में बननी शुरू हो जाए तो ये जानलेवा साबित हो सकती है. ब्लड क्लॉटिंग या खून का थक्का बनना से मतलब, जब खून तरल पदार्थ से एक जेल में बदलने लगता है उसे ही ब्लड क्लोटिंग कहा जाता है. आपने कई बार ये गौर किया होगा जब आपको चोट लगती है तो उसके बाद ब्लड क्लॉटिंग की वजह से खून जम जाता है जिसके बाद चोट की जगह से खून आना बंद हो जाता है. इस स्थिति में क्लॉटिंग हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होती है. ब्लड क्लॉटिंग तब खतरनाक हो सकता है जब ये खून का थक्का अपने आप नहीं घुलता है. यानि जमते रहता है और ब्लड सर्कुलेशन को रोकता या कम करता है.
कोरोना की वजह से ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ गया है. वैश्विक महामारी कोरोना के बाद के प्रभाव पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं उनमें करीब 1 साल बाद ब्लड क्लोटिंग का खतरा अधिक होता है. अन्य स्टडीज में भी ये पाया गया कि कोविड-19 की वजह से शरीर में रक्त के थक्के यानी ब्लड क्लोटिंग का जोखिम बढ़ गया है.
हमारे शरीर में नसों और धमनियों यानी आर्टरी के जरिए ही रक्त का संचार होता है. आर्टरी में बनने वाले रक्त के थक्के या ब्लड क्लॉट को आर्टिरियल क्लॉट कहते हैं इसकी वजह से व्यक्ति को दिल का दौरा, स्ट्रोक या लकवा हो सकता है. दूसरी तरफ नसों में होने वाले क्लॉट को वेनस क्लॉट कहा जाता है. नसों में बनने वाली क्लॉटिंग धीरे-धीरे बढ़ती है जो जानलेवा साबित हो सकती है. जब दिमाग में खून का थक्का बनने लगता है तो इसकी वजह से ब्लड सरकुलेशन रुक जाता है और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. ब्लड क्लॉटिंग के कई लक्षण हैं जिन्हें आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. आज इस लेख के माध्यम से जानिए ब्लड क्लॉटिंग के शरीर पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं.
स्किन का रंग बदलना
जब ब्लड क्लॉटिंग हाथ या पैर पर होती है तो ये नसों को बंद कर देता है और वो नीले या लाल रंग के दिखाई देने लगते हैं. क्योंकि नशे डैमेज हो रही है तो ये हमारी स्किन को फीका कर देता है.
सीने में दर्द
जब कभी आपको अचानक सीने में तेज दर्द होता है तो इसका मतलब है कि रक्त का थक्का टूट गया है या ये इस बात का संकेत हो सकता है कि आर्टरी में ब्लड क्लोट होने की वजह से आपको दिल का दौरा पड़ा है. ऐसा होने पर आपको अपनी बाहों में दर्द महसूस होगा. खासकर बाई और तेज दर्द फील होगा.
सूजन
ब्लड क्लॉटिंग शरीर में ब्लड के फलों को रोकता है या कम कर देता है. यह कोशिकाओं में जमने लगता है जिसकी वजह से सूजन आने लगती है. ब्लड क्लॉट आपके पेट या हाथ में बन सकता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इसके ठीक होने के बाद तीन में से एक व्यक्ति में सूजन बनी रहती है और कभी-कभी रक्त वाहिकाओं के डैमेज होने के कारण दर्द और घाव हो सकता है.
सांस लेने में कठिनाई
अगर आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही है तो समझ जाइए कि ये फेफड़ों और ह्रदय में हो रही क्लॉटिंग की वजह से हो सकता है. क्लॉटिंग की वजह से हार्टबीट बढ़ती है और आप बेहोश भी हो सकते हैं. ये लक्षण बेहद गंभीर है और आपको तुरंत ऐसी परिस्थिति में डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
खांसी
अगर आपको लगातार और लंबे समय से खांसी हो रही है तो ये भी शरीर में खून का थक्का बनने का एक लक्षण हो सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सीने में दर्द के साथ आपको सूखी खांसी या कभी-कभी बलगम या खून आने की समस्या आ रही है तो आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. इसमें लापरवाही न बरतें.
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